लखनऊ। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, यानी कोरोना पॉजिटिव आने वालों के सम्पर्क में जो आए उनको चिह्नित करना। उनका टेस्ट करवाना। अब यह कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य तीन दिन में दोगुना हो जाएगा। रोजाना 20 फीसदी सर्विलांस और जांच बढ़ाई जाएगी। डीएम ने इसके लिए निर्देश दिए हैं।
डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि 822 टीमें कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कार्य में लगी हुई हैं। इनकी संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है। माह भर में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य दो गुना तेज हुआ है। अगस्त माह के अंत तक यह संख्या पांच हजार थी। एक दिन पहले गुरुवार को यह संख्या सर्वाधिक 11 हजार 754 तक हो गई।
डीएम ने बताया कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए जरूरी है कि पॉजिटिव रोगियों को जल्द से जल्द अलग किया जाए। टेस्टिंग के बाद पॉजिटिव रोगी को तुरंत अस्पताल भेजा जाता है या होम आइसोलेशन में रहना अनिवार्य होता है। एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने के बाद एक घंटे के भीतर सर्विलांस टीम अपना कार्य शुरू कर दे रही है। देखा जा रहा है कि उसके कितने लोग सीधे सम्पर्क में आए।
खांसी जुखाम के रोगी कोरोना जांच कराएं
खांसी जुखाम या सांस लेने में किसी भी तरह की दिक्कत वाले मरीजों को कोरोना जांच जरूर करानी चाहिए। अधिसंख्य ऐसे मरीजों के पॉजिटिव निकलने पर डीएम ने सभी से अपील की है कि वे खुद नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। वहां जांच कराएं। डीएम ने कहा कि कोरोना का देर से पता चलने पर बीमारी बहुत बढ़ जाती है। इससे अक्सर रोगी की जान पर बन आती है।