कोरोना वायरस ने न सिर्फ दुनियाभर में तबाही मचाई है, बल्कि इसने लोगों के जीवन जीने के तौर-तरीकों को भी बदलकर रख दिया है। कोरोना वायरस के विस्फोट के 9 महीने बीत चुके हैं, मगर अब भी इसका कहर जारी है। हर दिन लाखों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं और हजारों की तादाद में मौतें हो रही हैं। कोरोना वायरस से दुनियाभर में मौत का आंकड़ा 10 लाख पहुंच गया है। अमेरिका के जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, कोरोना से दुनियाभर में 10 लाख (1 मिलियन) से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस से मौतों का यह आंकड़ा जेरुसलम या ऑस्टिन या टेक्सास की आबादी से भी अधिक है। यह 2004 के भूकंप और हिंद महासागर में आए सुनामी में मारे गए लोगों की संख्या से चार गुना अधिक है। कोरोना के कहर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर दिन इस खतरनाक महामारी से औसतन 5 हजार लोगों की मौतें हो रही हैं। मौत का बढ़ता यह आंकड़ा और भी भयावह इसलिए भी हो जाता है, क्योंकि अब तक वैक्सीन की कोई भी वैक्सीन सफल नहीं हो पाई है।
यूरोप में तो कोरोना वायरस की दूसरी लहर देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों का दावा है कि अमेरिका में भी इसका दूसरा अटैक देखने को मिल सकता है। फिलहाल, अमेरिका में कोरोना वायरस से 205000 लोगों की मौतें हो चुकी हैं, जो दुनियाभर में पहले नंबर पर है। कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो दुनियाभर में कोविड-19 केस 33 मिलियन पार कर चुके हैं। हालांकि, 23 मिलियन रिकवर भी हो चुकी हैं।
वहीं इंडिया की बात करें तो भारत में कोरोना वायरस से अब तक 95 हजार से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं। ब्राजील भी कोरोना से प्रभावित देशों में टॉप फाइव में शामिल है। अमेरिका के बाद ब्राजील कोरोना से मौत के मामले में दुनियाभर में दूसरे नंबर पर है, जहां 142000 लोगों की मौतें हुई हैं। कोरोना से मौतों की लिस्ट में भारत तीसरे और मैक्सिको (76000 मौत) चौथे नंबर पर है।
गौरतलब है कि पहली बार 2019 में दिसंबर के आस-पास चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस ने दस्तक दी थी। 11 जनवरी 2020 को कोरोना वायरस से चीन के वुहान शहर में पहली मौत सामने आई थी। इसके दो सप्ताह बाद शहर में कोरोना के कहर को देखते हुए लॉकडाउ लागू कर दिया गया था। हालांकि, इस बीच हजारों यात्री दुनियाभर में इधर से उधर आए-गए।