पटन । लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ का आज अंतिम दिन है। पर्व के तीसरे दिन शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। इसके पहले गुरुवार को नहाय-खाय व शुक्रवार को खरना की पूजा हुई। अब रविवार को प्रात:कालीन अर्घ्य के साथ महापर्व का समापन हो जाएगा।
सुबह के अर्घ्य के लिए व्रतियों व स्वजनों का घाटों पर आना आरंभ। कुछ व्रतियों ने सायंकालीन अर्घ्य के बाद घाटों पर ही गुजारी रात।
– शनिवार शाम सायंकालीन अर्घ्य के बाद आज प्रात:कालीन अर्घ्य कुछ देर बाद। उगते सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य।
घाटों पर सुरक्षा के इंतजाम
प्रात:कालीन अर्घ्य के लिए छठ व्रतियों की जुटान विभिन्न नदी-तालाबों किनारे बनाए गए घाटों पर शुरू हो चुकी है। घाटों पर प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैैं। असुरक्षित और खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग की गई है, साथ ही गोताखोरों की भी तैनाती की गई है।
सड़कों से घाटों तक की सफाई, भव्य सजावट
पूजा समितियों ने घाटों को भव्य तरीकेे सजाया है। पटना सहित राज्य के हर इलाके में सड़कों से लेकर घाटों तक सफाई की गई है। बदलती जीवन शैली में अब श्रद्धालु घरों में भी कैंपस में या छत पर छठ व्रत करने लगे हैं। इसके लिए छोटे-छोटे अस्थाई तालाब बनाए गए हैं।
सीएम नीतीश ने किया गंगा घाटों का निरीक्षण
इसके पहले शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्टीमर से पटना के गंगा घाटों का निरीक्षण किया। उनके साथ राज्सपाल फागू सिंह चौहान भी थे। निरीक्षण के दौरान राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने घाट पहुंचकर शुभकामनाएं दी।
इसके पहले उन्होंने अपने सरकारी आवास पर स्वजनों द्वारा किए जा रहे छठ पूजा में सायंकालीन अर्घ्य दिया।