मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राज्य के सबसे बड़े मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ किया। 150 टन प्रतिदिन की क्षमता वाला यह प्लांट निजी क्षेत्र की कंपनी आईनॉक्स ने मोदीनगर गाजियाबाद में लगाया है। इस प्लांट से 200 सरकारी व निजी अस्पतालों को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। कंपनी ने ऐलान किया है कि इसी तरह का एक और ऑक्सीजन प्लांट मध्य यूपी में लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राजधानी में अपने आवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस प्लांट का उद्धाटन करते हुए कहा कोरोना काल में इससे अब उत्तर प्रदेश व उत्तर भारत के राज्यों कोऑक्सीजन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। कोविड अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी दूर होगी। सरकार अस्पतालों में ऑक्सीजन का 72 घंटे का बैकअप की व्यवस्था कर रही है। इस नए ऑक्सीजन प्लांट के आने से सरकार के प्रयासों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
अब आक्सीजन की आपूर्ति अच्छी तरह से हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2018 में इस प्लांट की आधारशिला रखी थी। उन्हें अब इस प्लांट का शुभारंभ करते हुए गर्व हो रहा है। जबकि कंपनी व सरकार के बीच एमओयू फरवरी 2018 में हुए इन्वेस्टर्स समिट में किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लांट को अपर गंगा नहर से पानी की आपूर्ति करवाई गई है। उन्होंने कहा कि हाई फ्लो नेसल कैनूला (एचएफएनसी) की स्थापना से कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई।
हर निवेशक यहां आकर संतुष्ट हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश सम्भावनाओं की दृष्टि से हमारा प्रयास है कि प्रत्येक निवेशक यहां आकर संतुष्ट हो। उन्हें प्रसन्नता है कि आईनॉक्स ग्रुप ने उत्तर प्रदेश के मध्यांचल क्षेत्र में नया प्लांट लगाने की अपनी इच्छा व्यक्त की है। प्रदेश सरकार इसमें भरपूर सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश हमारे लिए उत्तर प्रदेश के विकास व युवाओं के लिए रोजगार का एक माध्यम तो है ही, साथ ही यह देश और दुनिया के सामने प्रदेश की छवि को बेहतर करने का भी एक माध्यम है।
कम हुई कोरोना की दर
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार कोरोना नियंत्रण हेतु निरंतर प्रयासरत हैं। इन प्रयासों का ही परिणाम है कि कोरोना की दर निरंतर कम हुई। आज हम कह सकते हैं कि राज्य में कोविड पॉजिटिविटी रेट महज 2.2% और 2.3% के आसपास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाते हुए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ रैंकिंग में हम प्रदेश को दूसरे स्थान पर ले आए हैं। यह प्रदेश में निवेश सुविधाओं को बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों का प्रतिफल है। निवेशकों की संतुष्टि ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है क्योंकि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान हमारी टीम ने बेहतरीन प्रयास किए हैं।