बुधवार (7 अक्तूबर, 2020) को कोर्ट ने ड्रग्स मामले में रिया चक्रवर्ती, सैमुअल मिरांडा और दीपेश सावंत को सशर्त जमानत दे दी थी। इसके बाद गुरुवार को रिया चक्रवर्ती सांताक्रूज पुलिस स्टेशन नजर पहुंचीं। जहां वो मीडिया के कैमरों में कैद हुईं, हालांकि रिया ने मीडिया को देखकर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। याद दिल दें कि बुधवार को रिया के भाई शौविक की जमानत याचिका अदालत ने खारिज कर दी थी।
दरअसल, जमानत शर्तों में से एक अनुसार, रिया चक्रवर्ती को 10 दिनों तक अपने घर के नजदीकी पुलिस स्टेशन में सुबह 11 से शाम 5 के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इसके साथ ही रिया का पासपोर्ट भी जब्त किया गया था और साथ ही रिया को मुंबई से बाहर जाने के लिए भी मंजूरी लेनी पड़ेगी। इसी के चलते रिया को अगले 10 दिनों तक पुलिस स्टेशन में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी है।
याद दिला दें कि बुधवार को रिया चक्रवर्ती को बेल देते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपने ऑर्डर में कहा, ‘वो ड्रग डीलरों के किसी रैकेट का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने कथित तौर पर हासिल किए हुए ड्रग्स किसी और को पैसे बनाने या किसी और मकसद से नहीं दिए हैं। उनका कोई आपराधिक अतीत नहीं रहा है, इसलिए इस बात को मानने की वाजिब वजहें हैं कि जमानत पर रहने के दौरान वे कोई अपराध नहीं करेंगी।’
वहीं रिया और उनके भाई शौविक के वकील सतीश मानेशिंदे ने जमानत मिलने के बाद कहा, “हम उच्च न्यायलय द्वारा जमानत दिए जाने के फैसले से खुश हैं। अदालत ने हमारी दलीलों को स्वीकार किया, जो तथ्य पर आधारित हैं।” रिया के वकील ने अदालत में दलील दी थी कि रिया की ओर से अन्य अभियुक्तों यानी घर में काम करने वालों को शरण देने की बात गलत है, क्योंकि वो सुशांत सिंह राजपूत के साथ उनके घर पर ही रहते थे।
गौरतलब है कि रिया को कानून की धारा 8C, 22, 27A, 28 और 29 के तहत गिरफ्तार किया गया था। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने रिया और अन्य अभियुक्तों के खिलाफ ड्रग्स की तस्करी, ड्रग्स लेने के लिए बरगलाने और षड्यंत्र में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। हालांकि रिया के वकील ने अदालत में दावा किया था कि रिया के पास से किसी भी नशीले पदार्थ की बरामदगी नहीं हुई है। वहीं एनसीबी के वकील का कहना था कि इस कानून का उद्देश्य ही युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाना है।