समाचार एजेंसी के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को मंत्रियों के समूह की एक बैठक में कहा कि भारत में अगले साल की शुरुआत में कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) की वैक्सीन आने की संभावना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा “हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत में हमारे पास एक से अधिक स्रोतों से देश में टीका होना चाहिए। हमारे विशेषज्ञ समूह देश में वैक्सीन के वितरण को कैसे लागू करें, इसकी योजना बनाने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं।”विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने भी कहा है कि जल्द से जल्द 2020 के अंत तक या अगले साल के शुरू में पंजीकरण के लिए एक टीका तैयार हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारे पास वैक्सीन के लिए 40 कैंडिडेट हैं जो कि क्लीनिकल ट्रायल के अलग-अलग स्तर पर हैं और उनमें से 10 तीसरे चरण में हैं। ये हमें बताएंगे कि वैक्सीन कितनी सुरक्षित है। इस वर्ष के शुरू में महामारी शुरू होने के बाद से दर्जनों देश टीके विकसित कर रहे हैं, लेकिन अभी तक डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित चरण 3 परीक्षणों में से कोई भी पारित नहीं हुआ है। कई टीके वर्ष के अंत तक डब्ल्यूएचओ के साथ पंजीकृत होने की उम्मीद है।
विश्वभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 3.74 करोड़ से अधिक हो गयी है और अब तक इस महामारी से 10.76 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार विश्व में अब तक कोरोना वायरस से 37,408,593 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1,076,764 लोगों की मौत हो गई है।