महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिसे देखते हुए राज्य सरकार सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चेतावनी दी है कि यदि लोग सुरक्षा उपायों का पालन नहीं करते हैं, तो यह सुनामी की तरह दूसरी लहर को गति प्रदान कर सकता है।
ढील का मतलब, महामारी चली नहीं गई
दरअसल, उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य के लोगों से कोविड-19 के विरूद्ध अपनी सावधानियां कम नहीं करने तथा दूसरे लॉकडाउन से बचने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे उन्हें रात का कर्फ्यू लगाने की सलाह दी गई है, लेकिन वह नहीं मानते कि ऐसी पाबंदियों को लागू कर कुछ भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की शर्तों में ढील देने का मतलब यह नहीं है कि महामारी चली गई है, इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
एक वेबकास्ट के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो बड़े पैमाने पर लोग कोविड-19 सुरक्षा नियमों का पालन कर रहे हैं, लेकिन अब भी कई अन्य मास्क लगाने के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर घूम रहे हैं।
सीएम ने कहा, ‘दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे मामले चिंता का विषय हैं और अहमदाबाद में तो कर्फ्यू भी लग गया। मैं दूसरा लॉकडाउन नहीं चाहता लेकिन आपको भी स्थिति की गंभीरता समझनी चाहिए। मुझे रात का कर्फ्यू लगाने की सलाह दी गई है लेकिन मेरा यह मानना है कि कोई भी चीज ऐसी पाबंदियों से हासिल नहीं की जा सकती है।’