नई दिल्ली। अरब सागर पर बना चक्रवाती तूफान महा अब दिशा बदल चुका है। इसको लेकर मौसम विभाग ने ताजा अलर्ट जारी किया है। यह तूफान अब गुजरात का रुख करेगा। तूफान का असर आज यानी मंगलवार से ही गुजरात में दिखाई देने लगेगा। तूफान से महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव के साथ साथ दादर एवं नगर हवेली के कुछ हिस्सों में छह और सात नवंबर तक आंधी के साथ भारी बारिश हो सकती है। तूफान के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी जिसे देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक, तूफान से दक्षिण कोंकण और दक्षिण महाराष्ट्र के इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश शुरू होने के आसार हैं। लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान के बाकी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा।अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है। पूर्वी तटों आंध्र प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक मौसम शुष्क रहेगा। तेलंगाना में भी बारिश की संभावना कम है लेकिन तटीय कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल के कई स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है।
स्काइमेट की ओर से जारी ऑल इंडिया बुलेटिन में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर के पास से एक पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ रहा है। इससे दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में उत्तर पश्चिमी शुष्क हवाएं पहुंचनी शुरू हो गई हैं जिससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को प्रदूषण से निजात मिलेगी। यही नहीं एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी जम्मू-कश्मीर के पास आने वाला है जिससे मंगलवार को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होगी। यही नहीं इससे निचले इलाकों में बारिश भी हो सकती है।
स्काइमेट के बुलेटिन में बताया गया कि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के निचले इलाकों में मध्यम उत्तर पश्चिमी हवाएं चलेंगी। वहीं पूर्वी भारत पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन रहा है।इसके प्रभाव से असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पूर्वी भारत के भागों में मौसम शुष्क रहेगा और ठंड बढ़ेगी। इसके साथ ही गुजरात के सभी जिलाधिकारियों को तूफान महा से निपटने के लिए मुस्तैद रहने को कहा गया है।