लखनऊ। कैसरबाग के लाटूश रोड पर तीरथ लीला भवन स्थित लखनऊ इलेक्ट्रिक मर्चेंट एसोसिएशन के दफ्तर में शनिवार सुबह आग लग गई। दूसरे फ्लोर पर स्थित ऑफिस में हुए अग्निकांड में भीषण लपटें और धुआं उठने लगा जिससे तीसरे तल पर रह रहे केयरटेकर जयप्रकाश गुप्ता व उसके परिवार के छह सदस्य फंस गए। परिवार में शामिल चार बच्चों का धुएं के चलते दम घुटने लगा। चीख-पुकार सुनकर आई पुलिस व अग्निशमन की टीम ने सभी को सकुशल बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद लपटों पर काबू पा लिया गया।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि अग्निकांड सुबह पौने दस बजे के आसपास हुआ था। चार मंजिला इमारत के दूसरे तल पर लखनऊ इलेक्ट्रिक मर्चेंट एसोसिएशन के दफ्तर से लपटें व धुआं उठते देख आसपास के लोगों ने स्थानीय पुलिस और अग्निशमन नियंत्रण कक्ष को सूचना दी। इससे पहले कि पुलिस और दमकलकर्मी मौके पर पहुंचते, लपटों ने विकराल रूप ले लिया। अग्निकांड के वक्त तीसरे फ्लोर पर रहने वाले बिल्डिंग के केयरटेकर जय प्रकाश गुप्ता अपनी पत्नी गीता, नातिन पूजा व पूजा की 12 साल की बेटी आरती, आठ साल के बेटे वंश और चार साल की बेटी लड्डू के साथ घर पर ही मौजूद थे। लपटों की वजह से सभी छह लोग कमरे में फंसकर चीख-पुकार मचाने लगे। पुलिस और अग्निशमन विभाग की एक टीम आग बुझाने में लग गई जबकि कैसरबाग इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश शुक्ल, उपनिरीक्षक शिव कुमार सिंह, आरक्षी कौशिंद्र व मुनेश कुमार तथा हजरतगंज के अग्निशमन अधिकारी योगेंद्र प्रसाद किसी तरह केयरटेकर के कमरे में पहुंचे और दरवाजा तोड़कर सबको सकुशल बाहर निकाला।
खांसते-खांसते बेसुध हो गया था परिवार
अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि धुआं केयरटेकर के कमरे में भर गया था जिससे सबका दम घुटने लगा। काले धुएं की वजह से खांसते-खांसते सभी बेसुध हो गए। बच्चों की हालत सबसे ज्यादा खराब हो गई थी। पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम को अगर सबको बाहर निकालने में दो-तीन मिनट और लग जाते तो बड़ा हादसा हो सकता था।