कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए भारत ने टीकाकरण अभियान की शुरुआत कर दी है और पहले ही दिन रिकॉर्ड भी बना डाला। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि पहले दिन 2 लाख 7 हजार 229 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया, जोकि दुनिया के दूसरे देशों में वैक्सीनेशन के पहले दिन लगे कुल टीकों से अधिक है। यहां तक कि यह अमेरिका, यूके और फ्रांस में पहले दिन लगे टीकों से भी ज्यादा है।
हालांकि, दूसरे दिन केवल छह राज्यों में टीकाकरण हुआ और रविवार को 17,072 कोरोना वॉरियर्स ने टीका लगवाया। इस तरह अब तक कुल 2 लाख 24 हजार 301 लोग वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ. मनोहर अगनानी ने बताया कि छह राज्यों में कुल 553 सेंटरों पर वैक्सीन लगाया गया। रविवार को भी टीकाकरण अभियान चलाने वाले राज्य आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मणिपुर और तमिलनाडु हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि टीकाकरण के बाद अब तक कुल 447 लोगों में साइड इफेक्ट्स दिखे हैं, लेकिन इनमें से केवल तीन लोगों को ही अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी। इनमें से नॉर्दन रेलवे हॉस्पिटल से एक शख्स को 24 घंटे में डिस्चार्ज कर दिया गया, एक को एम्स से छुट्टी दे दी गई है तो एक व्यक्ति को एम्स ऋषिकेश में निगरानी में रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि जिन लोगों में साइड इफेक्ट्स दिखे हैं उनमें से अधिकतर को हल्के बुखार, सिरदर्द और उबकाई जैसी दिक्ततें आईं। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक करके अभियान की समीक्षा की गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शनिवार को कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ शुरू किए गए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत शनिवार को भारत में अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गई। इसके साथ ही दुनियाभर में 10 महीनों में लाखों जिंदगियों और रोजगार को लील लेने वाली इस महामारी के भारत में खात्मे की उम्मीद जगी है।
भारत में करीब एक करोड़ लोगों के संक्रमित होने और 1,52,093 लोगों की मौत के बाद देश ने ‘कोविशील्ड और ‘कोवैक्सीन टीके के साथ महामारी को मात देने के लिए पहला कदम उठाया है। भारत में टीकाकरण के पहले दिन 3,352 केंद्रों पर कोरोना का टीका लगाया गया।