देश में सोने की कीमत में शुक्रवार को भी गिरावट दर्ज की गई है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, वैश्विक कीमती धातु की कीमतों में गिरावट को दर्शाते हुए शुक्रवार को दिल्ली में सोने की कीमत 661 रुपये घटकर 46,847 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।
वहीं पिछले कारोबारी सत्र में सोने की कीमत 47,508 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। चांदी के भाव पर ध्यान दें तो यह भी 347 रुपये से घटकर 67,894 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो पिछले कारोबारी सत्र में 68,241 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर थी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,815 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर और चांदी 26.96 डॉलर प्रति औंस पर सपाट रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन पटेल ने कहा, “सोने की कीमतों में डॉलर इंडेक्स की तुलना में कमजोर कारोबार हुआ।”
गौरतलब है कि भारत में जनवरी में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में 625 करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जो इससे पिछले महीने के मुकाबले 45 फीसदी ज्यादा था। निवेशकों को उम्मीद है कि आगे जाकर सोने का बाजार अच्छा रहेगा।
साझा कोष कंपनियों के संघ एएमएफआई के आंकड़ों के मुताबिक स्वर्ण ईटीएफ में निवेश दिसंबर के अंत में 14,174 करोड़ रुपये के मुकाबले जनवरी के अंत में 22 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 14,481 करोड़ रुपये हो गया।
नवंबर 2020 में इस तरह की योजनाओं से 141 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी। दिसंबर में इसे 431 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश देखने को मिला। मॉर्निंगस्टार इंडिया के सहायक निदेशक- शोध मैनेजर, हिमांशु श्रीवास्तव, ने कहा कि सोने की कीमतें पिछले साल अगस्त में हुए गए सर्वकालिक उच्च स्तर से नीचे आ गई हैं। जनवरी के महीने में भी इसकी कीमतों में काफी गिरावट आई है।
देश की सोने की मांग बीते साल यानी 2020 में 35 फीसदी से अधिक घटकर 446.4 टन रह गई। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। डब्ल्यूजीसी की 2020 की सोने की मांग के रुख पर रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन और बहुमूल्य धातुओं के दाम अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचने के बीच सोने की मांग में गिरावट आई।
हालांकि, इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि अब स्थिति सामान्य हो रही है और साथ ही सतत सुधारों से उद्योग मजबूत हुआ है। ऐसे में इस साल 2021 के आने वाले महीनों में सोने की मांग में सुधार की उम्मीद है।