प्रदेश भर में मौजूद वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा करना अब आसान नहीं होगा। जीपीएस मैप के जरिये वक्फ संपत्तियों की निगरानी की जाएगी। इसके लिये संपत्तियों का जीआईएस/जीपीएस सर्वे करवाया जा रहा है। यही नहीं वक्फ संपत्तियों का पूरा ब्योरा भी ऑनलाइन उपलब्ध होगा।
सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पास प्रदेश में करीब 1,25,000 वक्फ संपत्तियां हैं। इनमें मस्जिद, कब्रिस्तान, दरगाह, दुकानें, शॉपिंग काम्प्लेक्स, मकान आदि शामिल हैं। वक्फ संपत्तियों का नाम, उसका नंबर, किसने वक्फ किया था आदि रिकार्ड बोर्ड के रजिस्टर दफा 37 में दर्ज रहता है। रिकार्ड काफी पुराना होने से प्रदेश के तमाम जिलों में हजारों की संख्या में वक्फ सम्पतियों पर अवैध कब्जे हो चुके हैं। इन संपत्तियों पर कब्जे रोकने और उनकी निगरानी के लिए 125000 अवकाफ की जीआईएस/जीपीएस सर्वे कराने की तैयारी है।
सुन्नी वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसएम शुऐब ने बताया कि प्रथम चरण में 66,560 संपत्तियों का जीपीएस सर्वे करवाया जा रहा है। इससे संपत्तियों का स्थलीय सत्यापन करने में आसानी होगी। प्रथम चरण में सर्वे की जिम्मेदारी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को मिली है। इसके लिए तीन करोड़ 65 लाख का बजट भी जारी किया है। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 48000 संपत्तियों का सर्वे पूरा किया गया है। बताया कि वक्फ संपत्तियों के रिकार्ड के लिए अब दूर दराज के जिलों से लोगों को वक्फ बोर्ड कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। संपत्तियों का रिकार्ड बोर्ड के पोर्टल wamsi.nic.in पर एक क्लिक पर उपलब्ध रहेगा।