अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक अरियान ने बताया कि मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है, वहीं हमले में अफगान सुरक्षा बल के 11 कर्मी भी घायल हुए हैं। इस धमाके की अबतक किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
धमाके के कुछ घंटे के बाद ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने न्यूयॉर्क में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर धमाके की निंदा की और कहा कि अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच कतर में दोबारा बातचीत शुरू होने के बावजूद वहां आम नागरिकों को निशाना बनाकर किए जा रहे हमले ‘खतरे की घंटी है।
परिषद ने कहा, ये जघन्य हमले प्रशासनिक एवं न्यायिक सेवा, मीडिया, स्वास्थ्य सेवा में कार्यकर्ताओं एवं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर किए जा रहे हैं जिनमें अहम पद पर काबिज महिलाएं भी शामिल हैं एवं वे लोग भी शामिल हैं जो मानवाधिकारों, जातीय एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने के लिए काम कर रहे हैं।