दिल्ली। राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ अस्पताल में भी मरीज बढ़ रहे हैं। इनमें से अधिकतर मरीज आईसीयू और वेंटिलेटर पर भर्ती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से प्रतिदिन भर्ती होने वाले रोगी बढ़ रहे हैं। इनमें अधिकतर पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पिछले साल दसिंबर तक अस्पतालों में तीन हजार मरीज भर्ती थे, जिनकी संख्या करीब डेढ़ महीने तक कम होते हुए 20 फरवरी को 407 रह गई थी, लेकिन उसके बाद से अस्पतालों में रोगी दोबारा से बढने लगे है। बीते तीन सप्ताह में 175 मरीज भर्ती हुए हैं।इनमे से 80 से ज्यादा आईसीयू में भर्ती हैं। इस समय रोजाना आ रहे मरीजों में से अधिकतर का इलाज होम आइसोलेशन में ही किया जा रहा है, लेकिन जो मरीज अस्पताल आ रहे हैं। उनमें अधिकतर की हालत गंभीर है।
लोक नायक अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि जनवरी के दौरान कई दिन ऐसे भी थे, जब अस्पताल में एक भी मरीज भर्ती नहीं हो रहा था, लेकिन अब कुछ सप्ताह से रोजाना दो से तीन मरीज भर्ती हो रहे हैं, हालांकि इसमें चिंता की कोई बात नहीं है, लेकिन अब समय आ गया है कि लोग कोरोना को गंभीरता से लें और इस महामारी से बचाव के नियमों का सख़्ती से पालन करें।
सोमवार को चार दिन के बाद कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट आई
राजधानी में सोमवार को चार दिन के बाद कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट आई है। स्वास्थ्य विभाग ने 24 घण्टे में 368 मरीजों की पुष्टि की, जबकि 03 लोगों की मौत हो गई। 306 मरीज स्वस्थ भी हुए। इससे अब दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या 6,44,064 हो गई है। इनमें से 6,30,799 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना से रिकवरी दर करीब 98 फ़ीसदी है और मृत्युदर 170 पर है। कोरोना से अब तक कुल 10,944 लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 2321 हो गई हैं।
इनमें से 607 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। होम आइसोलेशन में 1342 रोगियों का इलाज चल रहा है। अबतक 1 करोड़ 33 लाख 58 हजार लोगों की जांच की जा चुकी है। सोमवार को 62,272 जांच की गई। इनमें 44,526 आरटी-पीसीआर और 17,746 एंटीजन जांच रही। इस दिन की संक्रमण दर 0.59 रही। कंटेनमेंट जोन की संख्या 548 हो गई है।