दिल्ली । दिल्ली में आज एक बार फिर कोरोना (COVID-19) का विस्फोट देखने को मिला है। शनिवार को लगातार तीसरे दिन कोरोना के 1500 से अधिक नए मामले सामने आने से सरकार से लेकर डॉक्टर तक सभी चिंतित हैं। आज 10 और मौतों के साथ ही मृतकों की संख्या 11000 के करीब पहुंच गई है, जबकि संक्रमित मरीजों का कुल आंकड़ा बढ़कर 6.55 लाख को पार कर गया है। इसके साथ ही अब पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 1.70 फीसदी पर आ गया है। शुक्रवार को 1534 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पु्ष्टि हुई थी।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में जहां कोरोना के 1558 नए मरीज मिले हैं वहीं 10 और मरीजों की मौत हुई है। आज 974 मरीज कोरोना मुक्त होकर अपने घरों को भी लौट गए हैं, जबकि कल यह संख्या 971 थी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली में अब तक संक्रमितों की कुल संख्या 6,55,834 हो गई है। वहीं आज 3708 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
राजधानी में अब कोरोना वायरस संक्रमण के एक्टिव केस भी बढ़कर 6,625 हो गए हैं। वहीं, अब तक कुल 6,38,212 मरीज इस महामारी को मात देकर कोरोना मुक्त हो चुके हैं। इसके साथ ही अब तक मरने वालों की संख्या 10,997 हो गई है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, आज दिल्ली में कुल 91,703 टेस्ट किए गए हैं। इनमें से 59,648 आरटीपीआर/ सीबीएनएएटी / ट्रूनैट टेस्ट और 32,055 रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए। दिल्ली में अब तक कुल 14,323,094 जांचें हुई हैं और प्रति 10 लाख लोगों पर 7,53,847 टेस्ट किए गए हैं। इसके साथ ही अब दिल्ली में आज करीब 200 नए कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के बाद इनकी संख्या भी बढ़कर 1506 पर पहुंच गई है, जबकि शुक्रवार को इनकी संख्या 1307 थी।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन कोविड-19 के नए मामलों में वृद्धि लगातार जारी है। इस दौरान जब उनसे यह पूछा गया कि क्या दिल्ली में फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है तो उन्होंने कहा कि लॉकडाउन बढ़ते संक्रमण से निपटने के लिए कोई समाधान नहीं है।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि यहां लॉकडाउन की कोई संभावना नहीं है। पहले ही लॉकडाउन लग चुका है और तब इसके पीछे एक तर्क था। उस समय, किसी को नहीं पता था कि वायरस कैसे फैलता है, तब यह कहा गया था कि संक्रमण होने और इसके खत्म होने का 14 दिनों का चक्र है। उस समय विशेषज्ञों ने कहा कि यदि 21 दिनों तक सभी गतिविधियां बंद रहती हैं, तो वायरस फैलना बंद हो जाएगा। उसके बाद भी लॉकडाउन का विस्तार होता रहा, लेकिन इसके बावजूद कोरोना वायरस फैलना बंद नहीं हुआ। मुझे लगता है कि लॉकडाउन कोई समाधान नहीं है।
उन्होंने कहा कि पहले कम मामले थे, लेकिन अब यह बढ़ गया है। इसलिए हमने हर दिन टेस्ट बढ़ाकर 85,000 से 90,000 तक कर दिए हैं, जो राष्ट्रीय औसत के 5 प्रतिशत से अधिक है। हम कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और आइसोलेशन पर भी फोसक कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों में पर्याप्त बेड हैं। अभी तक लगभग 20 प्रतिशत भरे हुए हैं और 80 प्रतिशत बेड खाली हैं। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। यदि अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की तादाद बढ़ती है, तो हम बेड्स की संख्या में वृद्धि करेंगे।