ब्रिटेन में 22 साल की छात्रा सोमा सारा ने स्कूली दिनों या टीन-एज के दौरान हुई छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न या दुर्व्यवहार से जुड़े अनुभव शेयर करने के लिए एक अभियान चलाया है। ठीक ‘मी टू’ अभियान की तरह। सारा ने इसके लिए एक वेबसाइट “एवरीवन्स इनवाइटेड’ शुरू की है। इस पर कोई भी जानकारी देकर या बिना नाम दिए भी ऐसी घटना को साझा कर सकता है।
इस पर अब तक 10 हजार से ज्यादा लोग अनुभव शेयर कर चुके हैं। ब्रिटेन सरकार ने तुरंत स्कूलों की समीक्षा और जांच का आदेश दे दिया है। सारा की वेबसाइट पर युवाओं, महिलाओं ने अपने साथ स्कूलों में हुए यौन दुराचार के बारे में बताया है। इसमें स्कूलों के नाम भी बताए हैं, जिनमें ऐसी घटनाएं हुई हैं।
उन्होंने बताया है कि स्कूली दिनों के दौरान साथ पढ़ने वाले लड़कों या टीचर्स ने उनसे यौन दुराचार किया। ऐसी ही एक पोस्ट में लिखा है, ‘मैं 14 साल की थी, जब स्कूल पूरा करने के बाद सोफे पर बैठी थी। तभी मेरे साथ छेड़छाड़ हुई थी।’ एक ने लिखा है, ‘मेरे ब्वॉयफ्रेंड ने जानबूझकर मेरे और उसके दोस्तों के साथ मेरी निजी तस्वीरें साझा की थीं।’
वेबसाइट शुरू करने वाली सारा इस बारे में बताती हैं, ‘मैंने महसूस किया कि यह एक तरह की दुष्कर्म संस्कृति है। यह समस्या हर जगह मौजूद है।’ वेबसाइट पर कई लड़कों ने भी अपने साथ हुए यौन प्रताड़ना या दुराचार की बात मानी है।
पुलिस ने कहा- आगे आकर शिकायत करें पीड़ित
पिछले तीन हफ्तों में इस वेबसाइट पर इस तरह की घटनाओं की बाढ़ आ गई है। जिसने भी इन्हें पढ़ा है, इसे बहुत कष्टप्रद बताया है। यह खुलासा होने से ब्रिटेन के कई नामी स्कूल जांच के दायरे में हैं। वहीं पुलिस ने भी चिंता जताते हुए पीड़ितों से आगे आकर शिकायत करने की अपील की है।
स्कूलों ने भी कहा- आरोपों की जांच करवा रहे हैं
लंदन के सबसे चर्चित स्कूल ‘हाईगेट’ ने कहा है, ‘यह हैरान और भयभीत करने वाला है।’ स्कूल ने रिटायर्ड जज से आरोपों की जांच शुरू करवा दी है। लंदन के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित ‘डलविच’ कॉलेज ने बच्चों के माता-पिता को चिट्ठी लिखकर कहा है कि जांच के बाद ऐसे मामलों को संबंधित अधिकारियों को सौंपेंगे।