रामकृष्ण मठ के वरिष्ठ संत स्वामी अमेयानंदजी महाराज का रविवार रात एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। वे काफी दिनों से वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे। मठ के अधिकारियों ने एक बयान जारी कर उनके निधन की पुष्टि की। मठ द्वारा जारी बयान में कहा कि उन्होंने आध्यात्मिक संगठन द्वारा संचालित एक अस्पताल में अंतिम सांस ली।
रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान में रात करीब 8.25 बजे उनका निधन हो गया। बयान में कहा गया है कि स्वामी अमेयानंदजी लगभग दो दशकों तक जयरामबाती केंद्र और तीन साल तक विभिन्न चरणों में ढाका केंद्र के प्रमुख रहे।
ममता बनर्जी ने जताया शोक
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वामी अमेयानंदजी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ‘मठ और मिशन के हजारों अनुयायियों के लिए उनका कार्य और जीवन मार्गदर्शक होगा। उनके निधन ने आध्यात्मिक दुनिया में एक शून्य पैदा कर दिया।’
आज किया जाएगा अंतिम संस्कार
स्वामी अमेयानंदजी का पार्थिव शरीर रामकृष्ण मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूर मठ में सोमवार दोपहर 3.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक रखा जाएगा और मठ में रात नौ बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।