बिहार में पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान इलेक्ट्रॉनिक गैजेट टेबलेट ( टैब) के डिस्चार्ज होने के कारण बूथों पर मतदाताओं की बायोमेट्रिक जांच में बाधा हो रही है। राज्य निर्वाचन आयोग को इसकी शिकायत मिली है। सूत्रों के अनुसार तकनीकी खराबी और टैब के डिस्चार्ज होने से करीब 40 फीसदी बूथों पर बायोमेट्रिक मशीन काम नहीं कर सकी। इनमें बिजली की उपलब्धता नहीं होने से करीब 15 फीसदी जांच बाधित हुई।
आयोग ने सभी जिलों के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत को निर्देश दिया है कि चूंकि मतदान केंद्र पर बायोमेट्रिक एवं आधार द्वारा मतदाताओं के सत्यापन कार्य में टैब का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसलिए मतदान दिवस को प्रत्येक मतदान केंद्र पर विद्युत की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, प्रत्येक मतदान केंद्र पर टैब को चार्ज करने हेतु चार्जिंग प्वाइंट जैसे -सॉकिट आदि उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए।
आयोग ने कहा कि जिस प्रखंड में मतदान निर्धारित है, उस प्रखंड में स्थानीय स्तर पर विद्युत कार्यालय से समन्वय स्थापित कर निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की जाए। आयोग के अनुसार ऐसी सूचना प्राप्त हो रही है कि टैब का चार्ज समाप्त होने के कारण बायोमेट्रिक कार्य बाधित हो जाता है। आयोग के सचिव मुकेश कुमार सिन्हा ने सभी जिलों में मतदान दिवस के मौके पर ये तीनों व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया है।