पहाड़ों पर बारिश से फुल हुए उत्तराखंड के बांधों से पानी निकासी ने यूपी के मेरठ, मुरादाबाद और बरेली मंडल में भी तबाही मचाई है। गंगा, रामगंगा, और शारदा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से बाढ़ का पानी सैकड़ों गांवों में घुस गया है।
फसलें तबाह हो गई हैं। लोगों को घरों से सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। पीलीभीत में बाढ़ में घिरे 14 ग्रामीणों को हेलिकॉप्टर की मदद से बृहस्पतिवार को भी सुरक्षित निकाला गया है। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने बरेली मंडल में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रामपुर में बाढ़ पीड़ित लोगों का हाल जाना। दोनों मंत्रियों ने मदद का आश्वासन दिया है।
50 लोग बाढ़ में फंसे, सिर्फ तीन निकाले जा सके लखीमपुर के गोला तहसील के बिजुआ इलाके में बझेड़ा गांव के पास तटबंध कट गया है। उधर, पलिया और गोला तहसील के भानपुर में 50 लोगों के बाढ़ में फंसे होने की सूचना मिली है। इनमें से देर शाम तक सिर्फ तीन लोगों को रेस्क्यू किया जा सका। बेलहा क्षेत्र में एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर नदी में फंसे 8 लोगों मोटर बोट से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है।
भीरा-पलिया स्टेशनों के बीच रेल ट्रैक धंसा
मैलानी-बहराइच रेलखंड के भीरा और पलियाकलां स्टेशनों के बीच शारदा नदी के तेज फ्लो में बोझवा गांव के पास करीब दो सौ मीटर रेल पटरी धंसकर टेढ़ी हो गई है। दो अन्य जगहों पर भी ट्रैक का कटान हो रहा है। बुधवार की रात लाइन की पेट्रोलिंग कर रहे कर्मियों ने भीरा और पलिया कलां स्टेशनों के बीच अस्तित्वहीन बोझवा गांव के पास ट्रैक के पास शारदा नदी की बाढ़ का पानी आने की सूचना अधिकारियों को दी। पानी के तेज बहाव में सुतिया पुल नंबर 98 के आगे पलिया साइड किमी संख्या 239 (0 से 2) के पास करीब दो सौ मीटर रेल पटरी धंसकर टेढ़ी होकर पानी में डूब गई। नदी का पानी ट्रैक के ऊपर से होकर तेज धार में चल रहा है।
वायुसेना ने 14 लोगों को सुरक्षित निकाला
पीलीभीत। शारदा नदी पार गुनहान गांव में कई दिनों से बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए बृहस्पतिवार को भी वायुसेना ने रेस्क्यू किया। दोपहर में हेलिकॉप्टर ने दो चक्कर लगाकर 14 लोगों को गांव रमनगरा में सुरक्षित पहुंचाया। प्रशासन की ओर से सभी का मेडिकल चेकअप कराया गया। राहत सामग्री का भी वितरण किया गया।
वरुण गांधी बाढ़ पीड़ितों से मिले खाद्य सामग्री के पैकेट बांटे
पूरनपुर (पीलभीत)। सांसद वरुण गांधी ने गांव चंदिया हजारा पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों को खाद्य सामग्री के पैकेट बांटे। कहा कि बाढ़ से लोगों को काफी नुकसान हुआ है। पीड़ितों की समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। सांसद का चंदिया हजारा क्षेत्र के चार गांवों में पहुंचने का कार्यक्रम था। मगर बाढ़ को लेकर सांसद चंदिया हजारा के समीप के तीन गांवों में नहीं पहुंच सके।
खीरी : नाव पलटी, एक की मौत, दो बच्चों समेत तीन लापता
जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है। जिले में नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बृहस्पतिवार को नकहा ब्लॉक के नौपुरवा गांव के पास उल्ल नदी में 25 लोगों से भरी नाव पलटने से एक की मौत हो गई, जबकि दो बच्चे और एक महिला लापता है। 21 लोगों को बचा लिया गया। जिले में दो दिन में पांच लोगों की जान गई है। बुधवार को धौरहरा में दो जगह नाव पलटी थीं, जिसमें एक की मौत हो गई थी जबकि 23 लोग बचा लिए गए थे।
रमियाबेहड़ ब्लाक के परौरी गांव के पास नाव पलटने से लापता हुए 17 लोगों में से नौ लोगों को बचा लिया गया जबकि आठ लोग अभी तक लापता हैं। जिनमें एक ही परिवार के पांच लोग शामिल हैं। शारदा नदी के जलस्तर में मामूली गिरावट आने के बावजूद बाढ़ की विभीषिका कम नहीं हुई है। घाघरा नदी के जलस्तर में बृहस्पतिवार को बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
वहीं, धौरहरा के समदहा गांव के तटबंध टूटने के कगार पर हैं। गांव में पानी बढ़ता जा रहा है। जिले में बाढ़ से निघासन, पलिया, धौरहरा तहसीलें पूरी तरह प्रभावित हैं, जबकि गोला और सदर तहसील आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं। भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली मोहाना और कर्णाली नदियां भी उफनाई हुई हैं। इससे कई गांवों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। सदर तहसील के ही फूलबेहड़ थाना क्षेत्र में जंगपुर के पास शारदा मिल पुरवा बांध भी पानी का दबाव नहीं झेल पा रहा है।