ड्राइविंग लाइसेंस के पंजीकरण, नवीनीकरण, वाहन के पंजीकरण आदि कार्यों के लिए अब कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया है। जिस किसी को कोरोना वैक्सीन नहीं लगी है गाजियाबाद के संभागीय परिवहन विभाग में अब उसका कोई काम नहीं होगा। काम कराने से पहले कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र लगाना होगा। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) विश्वजीत सिंह ने सभी अनुभाग प्रभारी को आदेश जारी किए हैं।
परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस के पंजीकरण, नवीनीकरण, वाहन के पंजीकरण आदि कार्यों के संबंध में आने वाले लोगों के रिकॉर्ड में कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र लगाना अनिवार्य कर दिया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पटल पर कार्य करने से पहले कोविड टीकाकरण का प्रमाणपत्र लेकर रिकॉर्ड में सुरक्षित रखा जाएगा।
इस संबंध में संभागीय निरीक्षक और अनुभाग प्रभारी को आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण प्रमाणपत्र जमा करने के बाद ही लाइसेंस या अन्य रिकॉर्ड जारी किए जाएंगे। कोरोना की रोकथाम के लिए यह निर्णय लिया गया है। जिन लोगों को वैक्सीन नहीं लगी वह वैक्सीन जरूर लगवा लें।
देश में कोविड टीके की 106.79 करोड़ से अधिक डोज लगीं
देश में कोविड-19 टीके की अब तक 106.79 करोड़ से अधिक डोज लग चुकी हैं जिनमें सोमवार को शाम सात बजे तक 47 लाख से ज्यादा डोज दी गईं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि देर रात अंतिम रिपोर्ट मिलने के साथ टीकाकरण की संख्या बढ़ने की संभावना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि अब तक भारत की 78 प्रतिशत आबादी को कोविड-19 टीके की पहली डोज दी गई है, जबकि 38 प्रतिशत योग्य लोगों को दोनों डोज मिल चुकी हैं।
मांडविया ने ट्वीट किया, ”असाधारण राष्ट्र की असाधारण उपलब्धि…भारत ने पात्र आबादी के 78 प्रतिशत लोगों को कोविड-19 टीके की पहली डोज और 38 प्रतिशत पात्र लोगों को दूसरी डोज दी गई है। सबको बधाई क्योंकि हम वायरस को हराने के लिए अपने पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।”