सोना ऑल टाइम हाई से 8000 रुपये से अधिक सस्ता होने का असर बाजारों में दिखा। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि आभूषण उद्योग महामारी की वजह से आयी मंदी से उबरा है। कैट ने एक बयान में कहा, ‘ धनतेरस पर देशभर में लगभग 75,000 करोड़ रुपये की बिक्री हुई.. करीब 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई।’ कैट ने बताया कि इसमें दिल्ली में 1,000 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र में करीब 1,500 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश में करीब 600 करोड़ रुपये की अनुमानित बिक्री शामिल है। दक्षिण भारत में, लगभग 2,000 करोड़ रुपये होने की बिक्री होने का अनुमान है।
बता दें दीपावली से पहले बाजारों में धनतेरस की सकारात्मक शुरुआत हुई और खोई चमक वापस पाते हुए सोने के आभूषणों और सिक्कों की बिक्री कोविड से पहले के स्तर पर पहुंचने की ओर है। महामारी की घटती चिंताओं और मांग में तेजी के साथ उपभोक्ताओं की भीड़ सोने की खरीदारी के लिए दुकानों का रुख कर रही है।
हल्के वाले सोने के उत्पादों की बिक्री में तेजी
दुकानों में और ऑनलाइन बिक्री तेज होने के साथ सोने की कीमतों के अगस्त के करीब 57,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर की तुलना में अपेक्षाकृत नरम होने के साथ मंगलवार को खरीदारी में वृद्धि हुई, विशेष रूप से हल्के वाले सोने के उत्पादों की बिक्री में तेजी आयी है। हिंदू मान्यता के अनुसार धनतेरस को कीमती धातुओं से लेकर बर्तनों तक की खरीदारी के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है।
आभूषणों की दुकानों में उपभोक्ताओं की बढ़ी हुई भीड़ देखी गई, जिससे ऑफलाइन खरीदारी के फिर से बढ़ने का पता चलता है। एक साल पहले की तुलना में दुकान जाकर खरीदारी करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।आमतौर पर, धनतेरस के दिन 20-30 टन सोना बेचा जाता है और इस साल क्षेत्र की कंपनियों के अनुसार, मात्रा थोड़ी अधिक होने की उम्मीद है।
मांग में जोरदार उछाल की उम्मीद
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत) सोमसुंदरम पी आर ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”दबी मांग, कीमतों में नरमी और अच्छे मानसून के साथ ही लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों में राहत से मांग में जोरदार उछाल की उम्मीद है।” उन्होंने कहा, ”हम उम्मीद करते हैं कि यह तिमाही हाल के वर्षों में सबसे बेहतरीन तिमाही होगी।”