पंजाब। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के निर्देश के बाद फिरोजपुर के एसएसपी ने 11 पुलिस अधिकारियों को ड्रग्स और भ्रष्टाचार में शामिल होने के कारण सेवा से बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया है। मोगा और फिरोजपुर गांव में नशीला पदार्थ बेचे जाने की रिपोर्ट के बाद डिप्टी सीएम ने आठ नवंबर को मादक पदार्थों के मामले में ठोस कार्रवाई करने में विफल रहने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया था।
बर्खास्त पुलिसकर्मियों में हेड कांस्टेबल प्रितपाल सिंह, सीनियर कांस्टेबल जगजीत सिंह, हेड कांस्टेबल सुखदेव सिंह, एएसआई कारज सिंह, एएसआई बलविंदर सिंह, एएसआई सुरिंदर कुमार, सीनियर कांस्टेबल कुलदीप सिंह, सीनियर कांस्टेबल सुभाष चंद्र, हेड कांस्टेबल मनजीत सिंह, एएसआई ओम प्रकाश और सब इंस्पेक्टर गुरजंट सिंह हैं।
यह है मामला
मोगा और फिरोजपुर जिलों के दो गांवों- रौली और वजीदपुर में नशे की खुलेआम बिक्री की रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इस रिपोर्ट में साफ किया गया था कि नशा बेचने वालों पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। यह पूरा मामला उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने दोनों जिलों के एसएसपी को मामले में निजी दखल देते हुए तीन दिन में सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया था।
रंधावा ने एसएसपी से नशा बेचने वालों की संपत्ति अटैच करने को भी कहा था। साथ ही नशे के मामले में ठोस कार्रवाई न करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। साथ ही रंधावा ने एक्शन-टेकन रिपोर्ट तीन दिन में पेश करने को कहा था।
उपमुख्यमंत्री की हिदायतों के मद्देनजर प्रमुख सचिव (गृह) ने भी मोगा और फिरोजपुर के एसएसपी को पत्र जारी किया। प्रमुख सचिव (गृह) ने दोनों एसएसपी से कहा है कि वह इन मामलों में निजी तौर पर ध्यान दें और नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इसके अलावा जिन पुलिस अधिकारियों ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई का केस तैयार कर भेजा जाए।