लखनऊ। उत्तर प्रदेश में धुंध की चादर ने सूर्य की तपिश बेहद कम कर दिया है। हल्की हवा ने ठंड बढ़ने का अहसास करा दिया है। प्रदेश को इसके साथ ही वायु प्रदूषण से भी अभी राहत नहीं मिली है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में स्मॉग के साथ ही वायु प्रदूषण अभी भी बरकरार है।
राजधानी लखनऊ के साथ ही पास के जिले और पश्चिमी उत्तर प्रदेश गुरुवार को धुंध की आगोश में आ गया है। मौसम में अब ठंड भी लगातार बढ़ रही है और धूप निकलने के बाद भी गलन महसूस होने लगी है। सुबह से हल्के बादल के बीच धूप तो है, लेकिन सभी जगह पर वायु प्रदूषण का असर साफ दिख रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस सप्ताह मध्य उत्तर प्रदेश में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 20 नवंबर तक तेज हवाओं के साथ कुछ जगह पर बूंदाबांदी की संभावना है।
गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर के साथ मेरठ, सहारनपुर, बागपत, शामली तथा अलीगढ़ में वायु प्रदूषण से राहत नहीं है। सभी जगह पर एक्यूआइ मानक से काफी ऊपर है। लोगों को प्रदूषण के स्माग से राहत नहीं मिल रही है। आज सुबह भी स्माग रहा। बुलंदशहर में भी प्रदूषण का स्माग हल्के कोहरे की तरह छाया हुआ है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जो रिपोर्ट आई है उससे तो मेरठ, शामली, बागपत व मुजफ्फरनगर में वायु गुणवत्ता सूचकांक माडरेट से खराब की श्रेणी में है। मेरठ का एक्यूआइ 292, बागपत का 295 बुलंदशहर का 286 तथा मुजफ्फरनगर का एक्यूआइ 273 है। कानपुर का एक्यूआइ 257 तो लखनऊ का 253 है।
बरेली में गुरुवार सुबह धुंध रही। वायु गुणवत्ता सूचकांक 268 दर्ज किया गया। मंडल में बदायूं में स्थिति ज्यादा खराब है। बरेली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 417 है। शाहजहांपुर में 252 और पीलीभीत में 140 है। मुरादाबाद में सुबह से धूप खिली हुई है। धूप में तेजी है। वायु प्रदूषण में मुरादाबाद रेड जोन में है।
संगमनगरी प्रयागराज में तापमान में बहुत ज्यादा गिरावट तो नहीं आई लेकिन गुरुवार सुबह कुछ जगहों पर कोहरा भी दिखा। फाफामऊ में सुबह छह बजे वाहन चालक हेडलाइट जला कर चल रहे थे। झूंसी में औसतन एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 311 रहा। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) के पास एयर इंडेक्स गुरुवार की सुबह औसतन 239 रिकार्ड हुआ। न्यूनतम तापमान 16.0 और अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ।