चंडीगढ़। कोरोना की संभावित तीसरी लहर और ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच पंजाब में फिर से संक्रमण बढ़ने लगा है। हालात ये हैं कि 10 दिन में 22 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों की संख्या 65 मरीजों के साथ 344 पर पहुंच गई है। औसतन रोज अब 30 से ज्यादा संक्रमित सूबे में मिल रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक पंजाब में 16187667 लोगों की जांच के लिए नमूने लिए जा चुके हैं। जिनमें 603352 लोगों के नमूने की जांच में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। अच्छी बात यह है कि राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कुल संक्रमितों में से अब तक 586402 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
चिंताजनक यह है कि सूबे में सक्रिय मामलों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। 10 दिनों में सक्रिय मामले 279 से बढ़कर 344 तक पहुंच गए हैं, जो स्वास्थ्य विभाग की चिंता को बढ़ा रहे हैं। 21 नवंबर को राज्य में संक्रमण से मौतों की संख्या 16584 दर्ज की गई थी जो अब बढ़कर 16606 हो गई है। इन आंकड़ों के बाद स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित हो गया है। उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मुस्तैदी से प्रभावित जिलों में नजर रखने की हिदायत जारी कर दी है।
ढाई गुना बढ़ी नमूनों की जांच
बढ़ते संक्रमण और ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए पंजाब में नमूनों की जांच ढाई गुना बढ़ा दी गई है। पहले 16 से 17 हजार नमूनों की रोज जांच होती थी जो अब बढ़कर 40 हजार कर दी गई है। गुरदासपुर में एक संक्रमित की मौत हो गई। सूबे में 34 नए संक्रमित मिले हैं।
11 देशों से आने वालों पर विशेष नजर
दुनिया के ओमिक्रॉन प्रभावित देशों से आने वाले लोगों पर सरकार विशेष नजर रख रही है। इस लिस्ट में दक्षिण अफ्रीका समेत ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिंबाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल शामिल हैं।