लखनऊ। भाजपा विधानसभा चुनाव में खराब छवि वाले मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं देगी। वह जिताऊ व टिकाऊ उम्मीदवारों पर ही दांव खेलेगी। सोमवार को पार्टी की चुनाव समिति की पहली बैठक में प्रत्याशी चयन पर मंथन किया गया। पहले व दूसरे चरण के कुछ प्रत्याशियों की सूची इसी सप्ताह जारी की जाएगी। उधर, दिल्ली में मंगलवार को होने वाली पार्टी की बैठक में यूपी के प्रत्याशी चयन को लेकर निर्णय किया जाएगा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने चुनाव प्रचार की रणनीति प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की कोविड गाइडलाइन के तहत डोर टू डोर प्रचार किया जाएगा। पार्टी बड़े नेताओं की डिजिटल सभा और रैली करेगी। इसके लिए बूथ स्तर तक पूरी तैयारी है। बैठक में तय किया गया कि पार्टी चरणवार प्रत्याशी घोषित करेगी। हालांकि कुछ जगहों पर सपा और बसपा के प्रत्याशी को देखते हुए जातीय समीकरण के हिसाब से उम्मीदवार घोषित किए जाएंगे। बैठक में पश्चिमी यूपी में पहले चरण के चुनाव प्रचार की रणनीति पर भी मंथन किया गया। पार्टी किसानों, जाटों के साथ जाटव समाज को साधने पर फोकस करेगी। बैठक में प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, समिति के सदस्य ब्रजेश पाठक, सलिल विश्नोई, अश्विनी त्यागी सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
प्रत्याशी चयन को लेकर दिल्ली में बैठक आज, पार्टी के बड़े नेता दिल्ली पहुंचे
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले और दूसरे चरण के प्रत्याशी चयन के लिए मंगलवार को दिल्ली में भाजपा की बैठक होगी। बैठक में यूपी भाजपा की ओर से तैयार प्रत्याशियों के पैनल पर मंथन के बाद उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे। पार्टी के चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान की मौजूदगी में होने वाली बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ.दिनेश शर्मा, महामंत्री संगठन सुनील बंसल और प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह मौजूद रहेंगे। बैठक में शामिल होने के लिए पार्टी के नेता सोमवार रात दिल्ली पहुंच गए।