नई दिल्ली। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के आनलाइन आयोजित होने जा रहे दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले दिन संबोधित करेंगे। पांच दिवसीय यह शिखर सम्मेलन 17 जनवरी से शुरू हो रहा है, जिसमें अन्य वैश्विक नेता भी 2022 के लिए विश्व को लेकर अपने दृष्टिकोण साझा करेंगे। डब्ल्यूईएफ को कोरोना महामारी के चलते सालाना बैठक का प्रत्यक्ष आयोजन रद करना पड़ा है।
दावोस एजेंडा’ शिखर सम्मेलन का आयोजन लगातार दूसरी बार डिजिटल तरीके से हो रहा है। 2022 की सालाना बैठक इस वर्ष के अंत में हो सकती है। कार्यक्रम की घोषणा करते हुए डब्ल्यूईएफ ने कहा कि ‘दावोस एजेंडा 2022’ ऐसा पहला वैश्विक मंच होगा जहां विश्वभर के महत्वपूर्ण नेता 2022 के लिए अपने दृष्टिकोण साझा करेंगे। इस कार्यक्रम का विषय ‘विश्व के हालात’ है। मोदी के अलावा, इस सम्मेलन को जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फूमियो, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्काट मारिसन, अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट एल येलेन समेत अनेक वैश्विक नेता संबोधित करेंगे।
विश्व आर्थिक मंच के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष क्लास श्वाब ने कहा, ‘हर कोई उम्मीद कर रहा है कि 2022 में कोरोना महामारी और इससे उत्पन्न संकट धीरे-धीरे कम होने लगेगा। हालांकि जलवायु परिवर्तन समेत बड़ी वैश्विक चुनौतियां मुंह बाए खड़ी हैं।’
पिछले साल भी कोरोना महामारी के कारण इसका आयोजन वर्चुअली ही किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावोस सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर कोरोना वैक्सीन का जिक्र किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि वैक्सीन आने के साथ ही हम उसे पूरी दुनिया को उपलब्ध कराएंगे। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने दुनिया को आश्वस्त किया कि आने वाले समय में आर्थिक मोर्चे पर भी स्थितियां तेजी से बदलेंगी। उन्होंने कहा कि अब भारत आत्मनिर्भर बनने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत की आत्मनिर्भरता की आकांक्षा वैश्वीकरण को नए सिरे से मजबूत करेगी।