नई दिल्ली। पंजाब के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। स्टार प्रचारकों की इस सूची में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को जगह नहीं मिली है। जिसको लेकर पार्टी में बगावत के सुर एक बार फिर उठने लगे हैं। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने स्टार प्रचारकों की सूची को लेकर ट्वीट करके सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि, अगर यह दूसरी तरह से होता तो मुझे सुखद आश्चर्य होता।
दरअसल, पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए जैसे ही कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की, उसे लेकर सोशल मीडिया पर कांग्रेस के नेता दो गुटों में बंट गए। कुछ नेताओं ने इस पर अपनी खुशी जाहिर की, तो किसी ने स्टार प्रचारकों की सूची पर सवाल खड़े किए। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पूरे मामले पर कहा कि, मुझे आश्चर्य होता अगर मेरा नाम उसमें होता, लेकिन वजह तो सभी जानते हैं। जहां तक हिंदू-सिख का सवाल है, पंजाब में यह कभी कोई मुद्दा नहीं रहा। अगर कभी ये मुद्दा होता तो मैं श्री आनंदपुर साहिब से सांसद नहीं होता। उन्होंने कहा कि, पंजाब में हिंदू और सिख में कोई अंतर नहीं है। यह सच है कि शायद उस समय सुनील जाखड़ को रोकने के लिए दिल्ली में बैठे किसी ‘मठाधीश’ ने इतनी संकीर्ण मानसिकता का इस्तेमाल किया होगा।
उन्होंने आगे कहा, एक सांसद और एक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में, मैं व्यक्तिगत रूप से सोचता हूं कि लोकतंत्र में सीएम चुनने का अधिकार निर्वाचित विधायकों के पास होता है। अभियान का नेतृत्व कौन करेगा, अभियान का चेहरा कौन बनेगा, यह पार्टी तय कर सकती है।