तेल अवीव। इजरायली वायुसेना और फलस्तीनी उग्रवादियों के बीच गुरुवार को तड़के गाजा सीमा पर गोलाबारी हुई। यह घटना यरुशलम के सबसे संवेदनशील पवित्र स्थान पर दोबारा झड़प के बाद हुई है। इस हमले के बाद इजरायल फलस्तीन के बीच तनाव बढ़ सकता है। मौजूदा वक्त में इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव गाजा युद्ध की तरह ही बढ़ गया है। इजरायल और फलस्तीन के बीच पिछले साल भी इसी तरह का तनाव पैदा हुआ था।
पिछले साल 11 दिनों तक हुए यद्ध के बाद इजरायल और फलस्तीन के बीच की यह बड़ी लड़ाई है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा मोर्चे पर हुई इस लड़ाई ने यूक्रेन युद्ध से इतर अशांति के नए मोर्चे के शुरू होने की आशंकाओं को जन्म दिया है। इस हफ्ते गाजा से इजरायल में राकेटों को दागे जाने के बाद महीनों से जारी संघर्ष विराम टूट गया है।
मालूम हो कि फलस्तीनी उग्रवादियों ने बुधवार और बृहस्पतिवार को तड़के गाजा पट्टी से इजराइल की ओर दो राकेट दागे। इनमें से एक राकेट इजराइली शहर स्डेरोट में गिरा जबकि दूसरा लक्ष्य तक पहुंचने में नाकाम रहा और गाजा में ही गिर गया। फलस्तीनी उग्रवादियों के राकेट हमले के बाद दक्षिणी इजरायल में साइरन की आवाजें गूंज उठीं। इसके बाद इजराइली एयर फोर्स के विमानों ने पलटवार करते हुए हमास के इलाकों में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया।
बताया जाता है कि इजराइली लड़ाकू विमानों ने गुरुवार को तड़के मध्य गाजा पट्टी पर एयर स्ट्राइक की जिसके बाद धुंए का गुबार नजर आया। इजरायली एयर फोर्स की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस एयर स्ट्राइक से उग्रवादियों के ठिकाने और सुरंग मार्ग को निशाना बनाया गया जिसमें राकेट बनाने के लिए रसायन रखे गए थे। इजराइली विमानों ने हमास के एक अन्य ठिकाने को भी निशाना बनाया। बता दें कि मार्च के मध्य से अब तक इजरायल में कई आतंकवादी हमले हुए है। इन हमलों में 14 नागरिकों की मौत हुई है।