नई दिल्ली। बांग्लादेश के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पूर्व अभ्यास सत्र में कप्तान विराट कोहली समेत सभी भारतीय खिलाडि़यों ने बारी-बारी से गुलाबी और लाल गेंद से अभ्यास किया। भारतीय टीम (Team India) ने एसजी गुलाबी गेंद से थ्रोडाउन का अभ्यास किया। आम तौर पर मैदान पर तेज गेंदबाजों, स्पिनरों और थ्रोडाउन के लिए तीन नेट अगल-बगल बनाए जाते हैं। टीम के अनुरोध पर थ्रोडाउन नेट मैदान के दूसरी ओर अलग पिच पर बनाया गया है जिसकी साइट स्क्रीन काली थी। विराट कोहली (Virat Kohli) ने सबसे पहले गुलाबी गेंद से अभ्यास किया।
थ्रोडाउन विशेषज्ञ राघवेंद्र और श्रीलंका के नुवान सेनाविरत्ने ने गुलाबी गेंद डाली जिन पर कोहली एकदम सहज नजर आए। उन्होंने रक्षात्मक शॉट अधिक लगाए। कोहली के बाद चेतेश्वर पुजारा ने बारी-बारी से गुलाबी और लाल गेंद से अभ्यास किया। भारतीय टीम को ईडन गार्डेस पर 22 नवंबर से शुरू हो रहे डे-नाइट के पहले टेस्ट से पूर्व दो ही दिन अभ्यास के लिए मिलेंगे। बीसीसीआइ ने इसके मद्देनजर दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से कुछ अभ्यास सत्र रखे हैं लेकिन मंगलवार को दूधिया रोशनी में कोई अभ्यास नहीं हुआ।
सबसे अंत में युवा बल्लेबाज शुभमन गिल और हनुमा विहारी नेट्स पर उतरे। गिल को कुलदीप यादव और अश्विन ने अभ्यास कराया। अश्विन ने लंबे समय तक गेंदबाजी की। चोट के बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले रिद्धिमान साहा मुख्य पिच के करीब अभ्यास पिच पर कीपिंग का अभ्यास किया। भारतीय टीम के अभ्यास सत्र के दौरान चयन समिति के सदस्य शरनदीप सिंह भी खिलाडि़यों और कोच से चर्चा करते नजर आए। इससे पहले सुबह के सत्र में बांग्लादेशी खिलाडि़यों ने भी गेंदबाजी कोच डेनियल विटोरी की निगरानी में जमकर पसीना बहाया। अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज मुश्फिकुर रहीम और इमरूल काएस सहित सभी बल्लेबाजों ने ढाई घंटे नेट्स पर बिताए।
भुवनेश्वर ने भी किया अभ्यास : हैमस्टि्रंग से जूझ रहे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने अपनी फिटनेस के आकलन के लिए भारतीय टीम के साथ अभ्यास सत्र में भाग लिया। भुवनेश्वर रिहेबलिटेशन के आखिरी सत्र में है और यह भारतीय टीम प्रबंधन की देखरेख में हो रहा है। वेस्टइंडीज से लौटने के बाद से भुवनेश्वर की चोट भारतीय टीम के लिए चिंता का सबब बनी हुई है।
वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिहेबलिटेशन कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। टीम के एक सूत्र ने बताया कि भुवी यहां टीम के साथ स्किल सेशन में भाग ले रहे हें। टीम प्रबंधन चाहता है कि वह लय में रहे। उन्होंने फील्डिंग कोच आर. श्रीधर के साथ कैचिंग सत्र में भी भाग लिया। उन्होंने कुछ गेंद पूरे रनअप के साथ डाली। खलील अहमद अभी सीख रहे हैं और जसप्रीत बुमराह के कार्यभार पर भी ध्यान देना है, लिहाजा भुवनेश्वर का फिट होकर लौटना भारतीय टीम के लिए अहम है।