कराची। चीन ने गुरुवार को पाकिस्तान में काम कर रहे अपने कर्मचारियों को सतर्क किया है। ये कर्मचारी चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) में काम कर रहे हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार ने वादा किया है कि वह चीनी नागरिकों, संस्थानों, परियोजनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा, “एक बार फिर, हम पाकिस्तान में अपने संस्थानों के कर्मियों को अपनी सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने और आतंकवादी जोखिमों से सावधान रहने की याद दिलाते हैं।”
सीपीईसी चीन के जिनजियांग प्रांत को बलूचिस्तान के ग्वादर पोत से जोड़ने की परियोजना है। इस परियोजना का रणनीतिक महत्व है। इस परियोजना से अरब सागर तक चीन की सीधी पहुंच होगी। इस बीच पुलिस ने कराची आत्मघाती हमले के संबंध में पंजाब विश्वविद्यालय लाहौर से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। इसकी पहचान बेबागर इमदाद के तौर पर हुई है। इमदाद उसी क्षेत्र का है जहां की महिला हमलावर शैरी बलूच थी। वह अंग्रेजी साहित्य का छात्र है। सुरक्षा एजेंसियां शैरी बलूच के पति की भी तलाश कर रही हैं।
बता दें कि मंगलवार को एक महिला आत्मघाती हमलावर ने वैन के समीप खुद को विस्फोट में उड़ा लिया था। इस हमले में तीन चीनी नागरिक और उनका पाकिस्तानी ड्राइवर मारा गया। यह हमला चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया था। चीन द्वारा निर्मित कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के पास हुए इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली।
बीएलए के प्रवक्ता ने कहा कि इस हमले से चीन को एक स्पष्ट संदेश दिया गया कि बलूचिस्तान में उसकी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि चीन लोगों का शोषण करने वाली अपनी परियोजनाओं को तुरंत रोके अन्यथा भविष्य के हमले के लिए तैयार रहे। इस बीच इस आत्मघाती हमले की जांच कर रहे जांचकर्ताओं ने आशंका जताई है कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी में और भी महिला आत्मघाती महिला हमलावर शामिल हो सकती हैं।