कीव/ओटावा/वाशिंगटन। रूस-यूक्रेन युद्ध के 69वें दिन भी रूसी सेना ने यूक्रेन के कई शहरों पर हमले जारी रखे। इस बीच कनाडा में यूक्रेनी राजदूत ने कहा है कि रूस यौन हिंसा को युद्ध के हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। जबकि अमेरिका ने कहा है कि रूस इस माह पूर्वी यूक्रेन के बड़े हिस्सों पर कब्जा करने व दक्षिणी खेरसान को स्वतंत्र गणराज्य के तौर पर मान्यता देने की योजना बना रहा है।
कनाडा में यूक्रेन की राजदूत यूलिया कोवालिव ने ‘कनाडा हाउस ऑफ कॉमन्स’ की एक समिति के समक्ष कहा कि रूस जिस तरह से यौन हिंसा का युद्ध के हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है उसे देखते हुए दुष्कर्म और यौन प्रताड़ना को युद्ध अपराध माना जाना चाहिए। वे बच्चों को भी नहीं बख्श रहे।
उन्होंने कहा, यूक्रेनी बच्चों को अगवा कर रूसी सेना अपने कब्जे वाले क्षेत्रों में ले जा रही है। इस बीच, यूरोप में सुरक्षा-सहयोग संबंधी संगठन के अमेरिकी दूत माइकल कारपेंटर ने कहा, इस बात की पुख्ता जानकारी है कि रूस तथाकथित दोनेस्क और लुहांस्क में ‘दिखावटी जनमत संग्रह’ की योजना बना रहा है। ऐसे भी संकेत मिले हैं कि रूस खेरसान शहर में भी स्वतंत्र मतदान करा सकता है।
कब्जाए क्षेत्र के स्कूलों में रूसी पाठ्यक्रम जल्द
ये सूचनाएं पहले से हैं कि रूस पूर्वी-दक्षिणी यूक्रेन में लड़ाई को फोकस कर रहा है और कई इलाके उसके कब्जे में आ चुके हैं। कारपेंटर बोले, ऐसे सुबूत हैं कि कुछ स्थानीय मेयर व नेता अगवा हुए हैं, इंटरनेट-फोन सेवाएं भी बंद हैं। कब्जे वाले क्षेत्रों के स्कूलों में रूसी पाठ्यक्रम भी शीघ्र लागू किया जाएगा।
यूक्रेन पर रूसी हमले की शुरुआत से अब तक करीब दो लाख बच्चों समेत दस लाख से अधिक यूक्रेनी सुरक्षित निकालकर रूस ले जाए गए हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय के अफसर मिखाइल मिजिंत्सेव ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान यूक्रेनी अफसरों की मदद के बिना ही 1,847 बच्चों समेत कुल 11,550 लोगों को सुरक्षित निकालकर रूस ले जाया गया है। इनमें से अधिकांश लोग दोनेस्क, लुहांस्क और अन्य यूक्रेनी खतरनाक क्षेत्रों के हैं।