नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने बुधवार को तुगलकाबाद के करणी सिंह शूटिंग रेंज में अतिक्रमण को ध्वस्त किया। वहीं, शाहीनबाग, ओखला, जामिया नगर, जसोला व अन्य इलाकों में पांच से 9 मई तक अभियान चलाएगा। उधर, ईद के बाद से उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम भी अपने इलाके में अभियान चला रहे हैं। जबकि उत्तरी दिल्ली निगम ने नरेला, रोहिणी, केशवपुरम और पहाड़गंज समेत सभी छह जोन में अभियान चलाया।
शाहीन बाग, ओखला, जामिया नगर, जसोला समेत दूसरे इलाकों से अतिक्रमण हटाने का दस दिवसीय अभियान दक्षिणी दिल्ली नगर निगम एक बार फिर से शुरू करने जा रहा है। इस दौरान अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलेगा। वहीं, ईद के बाद उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम भी अपने इलाके में अभियान चला रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को दक्षिणी निगम ने तुगलकाबाद के करणी सिंह शूटिंग रेंज इलाके में अभियान चलाया। जबकि उत्तरी दिल्ली निगम ने नरेला, रोहिणी, केशवपुरम और पहाड़गंज समेत सभी छह जोन में अभियान चलाया।
दक्षिणी निगम ने कालिंदी कुंज पार्क, जामिया नगर थाना, श्रीनिवासपुरी कॉलोनी, ओखला रेलवे स्टेशन, गांधी कैंप, शाहीन बाग, जसोला, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, लोदी कॉलोनी, मेहरचंद मार्केट, सांई बाबा मंदिर रोड, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, धीरसेन मार्ग, इस्कॉन मंदिर मार्ग, खड्डा कॉलोनी और कालका मंदिर के समीप अतिक्रमण हटाने के लिए एक्शन प्लान जारी किया है।
अभियान 4 मई से 13 मई के बीच चलेगा। जामिया नगर में बृहस्पतिवार को, छह मई को ओखला और 9 मई को शाहीन बाग और जसोला में अभियान चलेगा। यहां लोगों को इशारा मिल गया है कि अतिक्रमण करने वाले लोग अपना सामान समेट लें, वरना सामान जब्त कर लिया जाएगा। दक्षिणी निगम के महापौर मुकेश सूर्यान ने बताया कि ईद के बाद अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चरण शुरू हो गया है।
इस संबंध में दक्षिण और दक्षिण पूर्व जिले के पुलिस उपायुक्त को पत्र लिखकर फोर्स मांगी गई थी। बुधवार को करणी शूटिंग रेंज इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ सामान्य रूप से अभियान चलाया गया। सड़कों पर फैले अतिक्रमण को बुलडोजर के जरिये साफ कर दिया गया। दक्षिणी निगम ने पुलिस उपायुक्त को पत्र लिखकर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल उपलब्ध कराने की मांग की है।
नामचीन शख्सियतों ने की कार्रवाई पर रोक की मांग
राजधानी के करीब 35 नामचीन शख्सियतों ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ दिल्ली सरकार और नगर निगमों को पत्र लिखकर तुरंत इस पर रोक लगाने की मांग की है। इनमें अर्थशास्त्री जयंती घोष, अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ की सदस्य मालिनी भट्टाचार्य, मरियम धवले, सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि भारद्वाज और अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संघ की सदस्य कविता कृष्णन शामिल हैं।