लखनऊ। प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में ऑनलाइन शिक्षा के प्रसार के लिए 120 राजकीय महाविद्यालयों में जल्द ही ई-लर्निंग पार्क की स्थापना हो जाएगी। इसमें से 87 महाविद्यालयों में ई-लर्निंग पार्कों की स्थापना का कार्य पूरा किया जा चुका है, शेष महाविद्यालयों में यह कार्य अगले 100 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के निर्देश के बाद गुरुवार को शासन स्तर पर कार्रवाई तेज कर दी गई।
कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत किए जाने पर ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट न होने या इंटरनेट की धीमी कनेक्टिविटी की समस्या सामने आ रही थी। इस समस्या को देखते हुए ग्रामीण इलाकों में स्थित राजकीय महाविद्यालयों में ई-लर्निंग पार्क की स्थापना का फैसला किया गया। उच्च शिक्षा विभाग ने कहा कि ई-लर्निंग पार्क की सुविधा से ऑनलाइन शिक्षा गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही पिछड़े क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी आसान होगा। ये ई-लर्निंग पार्क एक डिजिटल लाइब्रेरी के साथ कंप्यूटर, इंटरनेट कनेक्शन और वाई-फाई जैसी सुविधाओं से लैस होंगे।
उच्च शिक्षा विभाग अगले 100 दिनों में एबेकस-यूपी पोर्टल लॉन्च करने जा रहा है। इसके माध्यम से छात्रों और शिक्षकों के विभिन्न पहलुओं को जोड़ा जाएगा। यह राज्य स्तरीय एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबेकस-यूपी पोर्टल) नई शिक्षा नीति का हिस्सा है। इसके तहत आने वाले सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को एबेकस-यूपी पोर्टल पर छात्रों और शिक्षकों का डेटा अपलोड करने के लिए कहा गया है। उच्च शिक्षा विभाग केवल उन्हीं महाविद्यालयों को अपनी योजनाओं का लाभ देगा, जिनका एनईपी 2020 के तहत नामांकित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों का डाटा एबेकस-यूपी पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।