लखनऊ । केजीएमयू अपने विद्यार्थियों को मेडिकल की पढ़ाई के साथ ही शोध की दिशा में भी आगे बढ़ने का मौका दे रहा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कॉन्फ्रेंस में यदि किसी छात्र का पेपर पढ़ने के लिए स्वीकृत होता है तो केजीएमयू उसे आने जाने के साथ ही पंजीकरण राशि की प्रतिपूर्ति भी करेगा। यह सुविधा मेडिकल के साथ ही डेंटल और नर्सिंग के शीर्ष दो दो विद्यार्थियों को मिलेगी।
केजीएमयू कुलपति ले.जनरल डॉ0 बिपिन पुरी ने बताया कि विद्यार्थियों को शोध के लिए प्रेरित करने के लिए यह योजना शुरू की गई है। इस योजना का लाभ लेने के लिए डीन स्टूडेंट वेलफेयर के पास आवेदन करना होगा। एक समिति उसका परीक्षण करेगी। इसके आधार पर लाभार्थी का चयन किया जाएगा। एक बार चयन होने के बाद स्टूडेंट को कॉन्फ्रेंस की पंजीकरण राशि के साथ ही आने-जाने के खर्च की भी प्रतिपूर्ति की जाएगी।
डेंटल की चार छात्राओं की पूरी फीस देंगे पूर्व छात्र
केजीएमयू के डीन डेंटल प्रो. एपी टिक्कू ने बताया कि डेंटल एल्युमिनाई एसोसिएशन ने आर्थिक रूप से कमजोर चार छात्राओं की पूरी फीस जमा करने का फैसला किया है। इस साल इसके लिए चुनी गईं चारों छात्राओं के खाते में एक साल की फीस जमा की जा चुकी है। इसके साथ ही विभिन्न पाठ्यक्रमों में टॉप करने वाले विद्यार्थियों की पूरी एक साल की फीस माफ करने की योजना भी शुरू की गई है। इससे विद्यार्थी पढ़ाई में और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।
कैंपस में ही पार्ट टाइम जॉब की सुविधा
डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. आरएन श्रीवास्तव ने बताया कि केजीएमयू में शिक्षा प्राप्त कर रहे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को कैंपस में ही पार्ट टाइम जॉब की सुविधा भी दी गई है। इसकी योजना इस तरह से तैयार की गई है कि उनकी पढ़ाई का भी नुकसान न हो। इसकी शुरुआत कर दी गई है। इसमें विभिन्न कॉन्फ्रेंस और अन्य आयोजनों में इन स्टूडेंट्स को काम दिया जाएगा।