लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार अपने करिश्माई काम के कारण चर्चा में रहती है। कभी मंत्री की भैंस खोजने में तीन-चार थाना की फोर्स लग जाती है तो कभी एनकाउंटर के दौरान पिस्टल में गोली फंस जाने के बाद मुंह से ही ठांय-ठांय की आवाज निकाली जाती है। ताजा मामला तो बेहद ही रोचक है। जिसमें पुलिस के सिपाहियों को भीड़ नियंत्रित करने के लिए घोड़ा की सवारी करनी थी। इस दौरान जब पुलिस को घोड़ा नहीं मिला तो पैर के बीच में डंडा डालकर उसको घोड़ा बना लिया गया।
सुहागनगरी फीरोजाबाद के पुलिस लाइन में हुई मॉक ड्रिल का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें पुलिसकर्मी पैरों के बीच में डंडा पकड़कर घुड़सवारों की तरह दौड़ते नजर आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के नेता विकास यादव ने 16 सेकेंड का यह वीडियो अपनी फेसबुक पर पोस्ट किया है। उन्होंने इसे यूपी पुलिस का निराला अंदाज बताया है।
अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में प्रतिसार निरीक्षक राम ङ्क्षसह का कहना है कि यह वीडियो आठ नवंबर की सुबह पुलिस लाइन में हुई मॉक ड्रिल का है। राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद किसी भी तरह के उपद्रव से निपटने के लिए यह ड्रिल कराई गई थी। इस दौरान बलवा पर उतारू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की कार्रवाई का अभ्यास कराया गया। जिले में घोड़े नहीं हैं। इसी कारण मॉक ड्रिल के दौरान रिक्रूट्स को सांकेतिक रूप से घोड़े दौड़ाने की जानकारी दी गई थी।
एनकाउंटर के दौरान मुंह से ठांय-ठांय
अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर एनकाउंटर करने में लगी उत्तर प्रदेश की पुलिस तो अब मुंह से भी अच्छा एनकाउंटर करने लगी है। प्रदेश के संभल में ऐसा ही मामला सामने आया है, जब अपराधी का एनकाउंटर करने गन्ने के खेत में उतरे दारोगा व कॉन्टेबल की पिस्टल ने दांव दे दिया। इसके बाद यह लोग मुंह से ही ठांय-ठांय की आवाज निकालकर एनकाउंटर में जुट गए।
अलीगढ़ में मीडिया को आमंत्रण देकर एनकाउंटर के टेलीकास्ट कराने के मामले में किरकिरी झेल रही प्रदेश की पुलिस ने नया कारनामा किया है। यूपी पुलिस की एक और हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। संभल में पुलिस बदमाश का पीछा करते हुए जंगल की तरफ पहुंच गई और जब पुलिस को यह लगने लगा कि बदमाश कुछ दूरी पर है तो, गोली चलाने की बारी आई।
इस दौरान तो वहां पर कुछ पुलिसकर्मियों ने गोली चलाई, लेकिन दारोगा की पिस्तौल लाख कोशिश के बाद भी नहीं चल पाई। दारोगा कोशिश करते रहे और जब पिस्टल से गोली नहीं निकली। इसके बाद तो उन्होंने तथा साथियों मुंह से ही गोली चलने की आवाज निकालनी शुरू कर दी। वीडियो में भी दरोगा जी मुंह से ही ठांय-ठांय की आवाज निकालकर बदमाश को ललकार रहे थे।
असमोली थाने की पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। गोली नहीं चलाए जाने के बाद भी पुलिस ने 25 हजार का इनामी घायल बदमाश को गिरफ्तार किया। इस मुठभेड़ में इंस्पेक्टर और सिपाही गोली लगने से घायल हो गए। इसके बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि बदमाश का दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में फरार हो गया।