लखनऊ । महिला हज सेवकों के बाद केंद्र सरकार ने पहली बार हज यात्रा 2020 की कमान महिलाओं को सौंपने का फैसला किया है। हज सेवकों के जरिए हज यात्रा के दौरान आजमीनों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए महिलाओं को पहली बार सहायक हज अधिकारी बनाकर सऊदी अरब भेजा जाएगा। इन महिलाओं के ही कंधे पर हज ऑपरेशन की जिम्मेदारी होगी।
सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान भारत से जाने वाले आजमीनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हज के दौरान आजमीनों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार ने कई ऐतिहासिक कदम उठाएं हैं। महरम कटेगरी में बिना महरम के महिलाओं के ग्रुप को हज यात्रा पर भेजने के साथ केंद्र ने महिला हज सेवकों को भेजने का काम किया।
इसी क्रम में अब केंद्र सरकार ने हज यात्रा 2020 में आजमीनों को पिछले वर्ष से और बेहतर सुविधा देने के लिए पुलिस, पैरा मिलेट्री व डिफेंस फोर्स में तैनात महिलाओं को अस्थायी तैनाती पर दो से तीन महीने के लिए सऊदी अरब भेजने का फैसला किया है। यह महिलाएं जून से अगस्त 2020 तक सऊदी अरब में रहकर हज आजमीनों की जरुरतों का पूरा ध्यान रखेंगी। हज सेवकों की सहायता से आजमीनों के अकोमोडेशन से लेकर मक्का-मदीने में रहने व कुर्बानी सहित अरकान पूरा करने के दौरान आने वाली सभी समस्याओं को हल करेंगी। हज सेवक इन महिलाओं (हज अस्सिटेंट व सहायक हज अधिकारी) के अधीन काम करेंगे।