कानपुर। साढ़ चौकी क्षेत्र के कुंदौली भट्ठा स्थित दुकान में दुकानदार राम प्रताप सिंह राणा की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने हत्थे चढ़े शातिर अपराधी धर्मेंद्र पासी उर्फ सिफ्फल व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। देर रात माल बरामदगी के लिए घटनास्थल के समीप ले जाने पर धर्मेंद्र ने भागने के लिए बरामद तमंचे से फायर कर दिया। इस पर पुलिस ने भी फायरिंग की, जिससे एक गोली शातिर के पैर में लगी।
एक नवंबर की रात कुंदौली भट्ठा स्थित दुकान के प्रथम तल पर सो रहे राम प्रताप सिंह राणा की गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने उनका शव नीचे लाने के बाद समीप स्थित खेत में गाड़ दिया था। एक माह तक सुराग विहीन रही पुलिस ने रविवार रात 11.20 बजे भीतरगांव स्थित शराब ठेके के समीप से गांव चिल्ली निवासी राजकुमार उर्फ पुन्ना और धर्मेद्र पासी उर्फ सिफ्फल को हिरासत में लेकर पूछताछ की। हत्या की बात स्वीकार करने के बाद प्रभारी निरीक्षक आरबी सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम दोनों को देर रात 1.45 बजे कुंदौली भ_ा के समीप पहुंची। जहां मृतक के पहने कपड़े व आधार कार्ड के साथ रखा गया तमंचा उठाकर धर्मेद्र पासी रस्सी छुड़ा कर भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया तो उसनेफायर झोंक दिया।
पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक गोली धर्मेंद्र के दाहिने पैर में लगी, जिससे वह वहीं गिर पड़ा। कोतवाली में पूछताछ के बाद एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह ने पत्रकारों को बताया कि धर्मेेंद्र उर्फ सिफ्फल शातिर बदमाश है। उसके खिलाफ घाटमपुर, नर्वल, काकादेव, नौबस्ता, चकेरी व फतेहपुर के थाना औंग में 14 मुकदमे दर्ज हैं। सिफ्फल की निशानदेही पर नर्वल पुलिस ने 65 व काकादेव पुलिस ने 35 गाडिय़ां बरामद की थी। वह छह वर्ष तक जेल में रहा है। धर्मेंद्र पासी चोरी के इरादे से साथी राज कुमार व एक अन्य के साथ वहां पहुंचा था लेकिन मोबाइल की रोशनी में दुकानदार के पहचान लेने पर उसने गला घोट कर हत्या कर दी थी। शव को नीचे फेकने के बाद मिट्टी में छिपा कर भाग निकले थे।
10 हजार इनाम की सिफारिश करेंगे
एसपी ग्रामीण ने बताया कि दुकानदार के अंधे हत्याकांड के खुलासे और गिरफ्तारी में साढ़ चौकी प्रभारी आनंद द्विवेदी की अहम भूमिका है। वह उन्हें 10 हजार रुपये के पुरस्कार के लिए उच्चाधिकारियों से सिफारिश करेंगे। अंडर ट्रेनिंग सब इंस्पेक्टर आनंद द्विवेदी को चुनौती बने दुकानदार के अंधे हत्याकांड के खुलासे के लिए पिछले सप्ताह ही साढ़ चौकी प्रभारी पद पर तैनाती दी गई थी।