लखनऊ। सआदतगंज में बुजुर्ग दंपती हिलाल अहमद और उनकी पत्नी बिलकिस बानो की हत्या परिचित के बेटे ने साथी संग मिलकर की थी। आरोपित लूटपाट को अंजाम देने के लिए एक सप्ताह पहले ही साजिश रची थी। एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक हिलाल के यहां पूर्व में चिकन का काम करने वाले महमूद उल हसन के बेटे आकिब ने अपने साथी उस्मान उर्फ चपाती के साथ वारदात को अंजाम दिया था। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि हिलाल के घर पर गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे एक अधिवक्ता आए थे। कुछ देर बातचीत करने के बाद वह वापस चले गए। छह बजकर 53 मिनट पर उस्मान और आकिब हिलाल के घर बाहर पहुंचे थे। कुछ देर तक रेकी करने के बाद उस्मान भीतर दाखिल हो गया था। उस्मान को एक सप्ताह पहले आकिब ने हत्या करने के लिए कहा था। साजिश के तहत उस्मान ने दरवाजे पर दस्तक दी और हिलाल के दरवाजा खोलते ही उसने चाकू से उनके गले पर ताबड़तोड़ वार कर दिया था। कुछ देर बाद आकिब भी भीतर कमरे में दाखिल हो गया था। शोरगुल सुनकर अपने कमरे से बिलकिश बाहर निकली थीं, जिन्हें देखते ही पहले उस्मान और फिर आकिब ने हमला बोल दिया था। इसके बाद बिलकिश को दोनों ने बेड पर धक्का देकर गिराने के बाद चाकू से गला रेत कर मौत के घाट उतार दिया। दोनों ने बिलकिश पर 10 तो हिलाल पर चाकू से छह बार वार किया था। आरोपितों के पास से 22 हजार 30 रुपये, मलेशियन और आस्ट्रेलियन करेंसी, ज्वैलरी, बाइक, दो चाकू और खून से सने कपड़े बरामद किए गए हैं।
घर में रखा है ढेर सारा रुपया : आकिब के पिता अक्सर हिलाल के घर आते जाते थे। हिलाल ने उनसे बताया था कि वह कुछ ई-रिक्शा खरीदकर किराए पर चलवाना चाहते हैं। इस बात की जानकारी आकिब को हो गई थी। आकिब ने उस्मान से कहा था कि हिलाल ने घर में ढेर सारा रुपया रखा है, जिसे वह लूट सकते हैं। सीओ क्राइम दीपक कुमार के मुताबिक महमूद उल हसन ने ही हिलाल की बेटी सहर से फरहान की शादी तय कराई थी। हिलाल ने महमूद उल को नौकरी दिया था और काफी समय तक उनके परिवार का भरण पोषण का जिम्मा भी उठाया था।
हत्या-लूट के बाद गए चौपटिया : दोनों आरोपितों ने घर से कुछ दूर पहले बाइक खड़ी की थी। वारदात के बाद दोनों ने बाइक उठाई और चौपटिया पहुंचे थे। लूट के रुपये आरोपितों ने अपने कुछ दोस्तों में बांट दिए और जेवरात छोटी पार्क में छिपाकर रखा था। अखबारों में अपनी फोटो देखकर शुक्रवार सुबह उस्मान घर से भाग निकला। इस बीच पुलिस उसका पीछा कर रही थी और उसे दबोच लिया, जिसके बाद आकिब की भूमिका भी उजागर हो गई।