आगरा। लंबे समय से चली आ रही बाह के जिला बनने की उम्मीद अभी कायम है। एडीएम प्रशासन निधि श्रीवास्तव ने एसडीएम अवधेश कुमार श्रीवास्तव को पत्र लिख तीन दिन में प्रस्ताव तैयार कर मांगा है। इसमें बाह को जिला और बटेश्वर को तहसील बनाने की बात कही गई है। प्रशासन का यह प्रस्ताव मंजूर होने से पांच दशक से चली आ रही बाह के लोगों की मांग पूरी हो सकेगी।
चंबल और यमुना नदी के बीच बसी बाह तहसील को जिला बनाने की मांग यूं ही नहीं उठी। यहां की भौगोलिक स्थिति ने ऐसा करने पर मजबूर किया है। आगरा से बाह मुख्यालय की दूरी 75 किमी और तहसील की सीमा करीब 100 किमी है। ऐसे में अपनी फरियाद लेकर आगरा जाने में ग्रामीण बेहाल हो जाते हैं। पहली बार बाह को जिला बनाने का सुझाव 1952 में रखा गया। तबसूबे के तत्कालीन मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत थे। हालांकि 1976 में शासन से बाह को जिला बनाने का प्रस्ताव मांगा गया था। प्रशासन ने प्रस्ताव भेजा भी लेकिन यह ठंडे बस्ते मेें चला गया। इसके बाद कई बार ऐसी कोशिश हुई लेकिन परवान न चढ़ सकी। बीते साल फिर शासन ने प्रस्ताव मांगा तो बाह को जिला और बटेश्वर को तहसील का प्रस्ताव तैयार हुआ। लोगों को आस थी कि नौ जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री के आगरा आगमन पर यह घोषणा होगी लेकिन प्रधानमंत्री इस विषय पर कुछ बोले तक नहीं। अब एडीएम प्रशासन के पत्र से लोगों की उम्मीद बंधी है।