नई दिल्ली। असम और बंगाल के बाद अब राजधानी दिल्ली में भी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। रविवार को दक्षिणी दिल्ली में आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं हुई। उपद्रवियों ने कई बसें फूंक दीं। राहगीरों और पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया। दिल्ली में प्रदर्शन को देखते हुए ओखला, जामिया, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल कल बंद रहेंगे। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया।
उपद्रव के कारण क्षेत्र में मेट्रो के चार स्टेशन भी बंद करने पड़े। सीएए के विरुद्ध जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के प्रदर्शन में स्थानीय लोगों के शामिल हो जाने के कारण रविवार को दक्षिणी दिल्ली जल उठी। उत्पातियों ने पूरे दिन दिल्ली-नोएडा रोड और मथुरा रोड को ठप रिंखा।
उपद्रवियों ने शाम करीब पांच बजे मथुरा रोड पर सूर्या होटल के सामने चार बसों, बटला हाउस मेन चौक पर बनी पुलिस चौकी को आग लगा दी। कई मोटरसाइकिलें फूंक दी गई। हिंसा में कई राहगीर और पुलिसकर्मी घायल हो गए। दो दमकलकर्मी भी उपद्रवियों के हमले में घायल हुए हैं। उत्पात मचा रहे उपद्रवियों को पुलिस ने लाठी भांजकर भगाया। इस बीच, जामिया प्रशासन ने प्रदर्शन और हसा में छात्रों के शामिल होने से इन्कार किया है।
वहीं दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने बताया कि स्थिति अब काबू में है। मैं दिल्ली के लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करता हूं। दिल्ली पुलिस स्थिति को मॉनिटर कर रही है। हम जल्द ही असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनपर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर सड़क पर मचाए गए इस तांडव पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। भाजपा ने इस हिंसा के लिए सीधे-सीधे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया है। दूसरी तरफ, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर हार के डर से दिल्ली में आग लगवाने का आरोप लगाया है।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हुई हिंसा के लिए सीधे-सीधे अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया है। तिवारी ने आम विरोध-प्रदर्शन का एक विडियो भी ट्वीट किया जिसमें आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर रहे हैं।