दिल्ली के जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय में प्रदर्शन के दौरान छात्र की मौत की अफवाह पर रविवार रात नौ बजे नदवा कॉलेज के छात्र भी सड़क पर आए गए। छात्रों ने कॉलेज के गेट पर इकट्ठे होकर नारेबाजी की। सूचना पर आधा दर्जन थानों की पहुंची पुलिस ने छात्रों को तत्काल गेट के अंदर कर दिया गया। पुलिस व नदवा कॉलेज प्रशासन के बीच हुई बातचीत के बाद मामला शांत हो गया।
दरअसल, जामिया मिल्लिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हुए प्रदर्शन के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर देखने के बाद नदवा के छात्र भी मुख्य गेट पर पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। इसकी सूचना पर एएसपी ट्रांसगोमती राजेश कुमार श्रीवास्तव पुलिस व पीआरवी के साथ नदवा पहुंचे।
राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक पुलिस को परिसर में नारेबाजी की सूचना मिली थी। कुछ छात्र बाहर गेट पर खड़े थे जिनको अंदर कर दिया गया। नदवा कॉलेज प्रबंधन ने भी छात्रों को प्रदर्शन करने से मना कर दिया। एहतियातन देर रात तक पुलिस नदवा कॉलेज में मौजूद थी।
प्रदर्शन की सूचना गलत, कुछ युवकों ने कल किया था हंगामा
ईदगाह इमाम व पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि शनिवार को शबाब मार्केट में नागरिकता बिल को लेकर एक जलसा था, इसमें नदवा कॉलेज के छात्रों को भड़काने का प्रयास किया गया था।
कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को समझाकर शांत कर दिया था। वहीं, प्रभारी निरीक्षक हसनगंज अमरनाथ वर्मा के मुताबिक प्रदर्शन की खबर अफवाह थी। कुछ छात्र गेट से बाहर निकल आए थे, पुलिस ने उन्हें अंदर करा दिया।