नई दिल्ली। बॉलीवुड सेलेब्रिटी पायल रोहतगी को राजस्थान की अदालत ने ज़मानत दे दी है। पायल ने गांधी परिवार को लेकर एक वीडियो बनाया था, जिसकी शिकायत पर राजस्थान पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार करके अदालत में पेश किया था और अदालत ने पायल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, पायल को मंगलवार को स्थानीय अदालत ने ज़मानत दी है। बूंदी पुलिस ने मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी को लेकर एक वीडियो बनाने के आरोप में आईटी एक्ट के तहत पायल को गिरफ़्तार किया था। पायल के वकील भूपेंद्र सिंह ने बताया कि अदालत ने पायल को रिलीफ दी है। उन्होंने ऐसा कोई अपराध नहीं किया था, जिसकी वजह से जेल में रखा जाए। बोलने की आज़ादी हर किसी को है। उन्हें 50 हज़ार रुपये के बॉन्ड और 25 हज़ार रुपये प्रति श्योरिटी के बदले जमानत दी गयी है। बता दें कि पुलिस ने पायल को 15 दिसम्बर को हिरासत में लिया था और स्थानीय अदालत ने उन्हें 8 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
पायल ने अपनी गिरफ़्तारी की सूचना ट्विटर के ज़रिए दी थी। उन्होंने लिखा था- मोतीलाल नेहरू पर वीडियो बनाने के लिए मुझे राजस्थान पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। पायल ने बताया कि वीडियो बनाने के लिए उन्होंने जानकारी गूगल से ली थी। बोलने की आज़ादी मज़ाक बन गयी है। पायल ने अपने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय को भी टैग किया था।
दिसम्बर में पायल को आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करने के लिए नोटिस भेजा गया था। इस मामले की शिकायत राजस्थान यूथ कांग्रेस के महासचिव चर्मेश शर्मा की ओर से अक्टूबर में बूंदी के सदर पुलिस स्टेशन में दर्ज़ करवाई गयी थी, जिसके बाद पुलिस ने आईटी एक्ट की धाराओं 66 और 67 के तहत मामला दर्ज़ किया था।पायल रोहतगी सोशल मीडिया में काफ़ी सक्रिय रहती हैं और अक्सर ज्वलंत मुद्दों पर अपने ट्वीट्स के ज़रिए बात रखती रहती हैं, जिसको लेकर कभी-कभी उनकी ट्रोलिंग भी होती है।