लखनऊ। विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश में कनून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष के करीब एक तक चले जोरदार हंगामे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में सफाई प्रस्तुत की। उन्होंने अपने कार्यकाल की प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने के लिए किये गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था सर्वोत्तम है और देश और दुनिया के लिए एक नजीर है। पूरे प्रदेश में पिछले ढाई साल में कोई दंगा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हम सभी बेटियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन किसी को भी अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं देंगे।
सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा किसी भी सभ्य समाज के लिए हिंसा और अपराध के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इसलिए अपराध और अपराधियों के खिलाफ प्रदेश सरकार की जीरो टालरेंस नीति का ही परिणाम है कि अपराधी या तो जेल के अंदर है या प्रदेश छोड़कर भाग चुका है। उन्होंने कहा कि इसके परिणाम भी समाने आए हैं। यदि हम 2016 और 2019 के बीच हुए अपराधों की तुलना करें तो अपराधों काफी कमी आई है। अपरहण, दुष्कर्म और हत्या के अपराधों में कमी आई है। सीएम योगी ने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि महिलाओं के साथ अपराध हम सब की चिंता का विषय है। सभ्य समाज में इस प्रकार के अपराधों कभी भी राजनीतिक नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए। क्योंकि बेटी तो सब की है और यही हमारी परम्परा भी रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकार में जन्माष्टमी और कावड़ यात्रा को प्रतिबंधित किया था। आज कावड़ यात्रा और जन्माष्टमी पूरे धूमधाम से मनाई जा रही है। जब कोई अपराधी मारा जाता है तो यह कैंडल मार्च निकालते हैं। सबसे ज्यादा समस्या सपा के विधायकों को होती है। अपराध अपराध है, अपराधी को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के छह मामलों में हमने एक माह में सजा दिलाई। उन्नाव और बिजनौर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। कोई अपराधी बचने न पाए उस पर काम कर रहे हैं। अदालतों की सुरक्षा के लिए काम किया जा रहा है। बिजनौर जैसी घटनाओं को सरकार रोकेगी। न्यायपालिका की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। कार्ययोजना पर न्यायपालिका की सहमति का इंतजार है।