नई दिल्ली। संशोधन कानून के विरोध में जामिया के बाहर प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर, जाफराबाद, दिल्ली गेट और दरियागंज में हिंसक प्रदर्शन से सबक लेते हुए बुधवार को दिल्ली पुलिस जगह-जगह पैट्रोलिंग कर रही है।
इस बीच बुधवार दोपहर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर विपक्ष पर हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने दंगा कराया है। विरोधी दलों को घेरते हुए कहा कि जो विपक्ष आरोप लगा रहा है, वही दंगे करवा रहा है।
- दिल्ली पुलिस ने मुस्ताफाबाद और घोंडा में बुधवार को फ्लैग मार्च निकाला। ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार ने बताया कि हम यह मैसेज देना चाह रहे हैं कि कोई भी शख्स अगर नियम कानून से खिलवाड़ करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। धारा 144 लागू है। अब हालात कंट्रोल में हैं।
- हिंसा भड़काने के आरोप में मामला दर्ज होने के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान जामियानगर पुलिस थाने पहुंचे और कहा कि अगर वह दोषी हैं तो पुलिस गिरफ्तार करे। हांलाकि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया।
- दिल्ली से सटे हरियाणा मेवात में एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून भी बिल के विरोध में लोगों ने गांधीग्राम घासेड़ा तक तकरीबन 7 किलोमीटर लंबा पैदल मार्च निकाला। इस दौरान लोगों ने एनआरसी बिल का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। वर्तमान में काफिला खेड़ा गांव में पहुंच चुका है और घासेड़ा गांव की ईदगाह में भीड़ जुटना शुरू हो गई है।
- शाहीन बाग इलाके में विरोध प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी है। लोग सड़क पर जमा हैं। प्रदर्शन में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। शाहीन बाग मार्केट में खाने-पीने की अधिकांश दुकानें तो खुली हुईं हैं, लेकिन अन्य सामान की दुकानें और बड़े-बड़े शोरूम आज भी बंद हैं।
- कालिंदी कुंज से सरिता विहार जाने वाला रोड बुधवार को भी पूरी तरह से जाम है। प्रदर्शनकारी सिर्फ एंबुलेंस को ही इस रास्ते से निकलने दे रहे हैं।
- पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को हुई हिंसा में कुल 22 लोग घायल हुए थे। इनमें 15 पुलिसकर्मी और सात आम नागरिक थे। 18 घायलों को जग प्रवेश चंद्र और चार को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें 21 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। रईस नामक एक शख्स जीटीबी अस्पताल में अब भी भर्ती है।
- सीलमपुर हिंसा के मामले में पुलिस 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए सभी आरोपी स्थानीय नागरिक है। अन्य की पहचान हुई है, जिसके लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। वहीं, उत्तर पूर्वी जिले में पुलिस ने धारा 144 लगा दी है ।
- पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को हुए उपद्रव के बाद सीलमपुर, चौहान बांगर, वेलकम, ब्रह्मपुरी, जाफराबाद का माहौल शांत है। इन इलाकों में पत्थरबाजी की ही चर्चा हो रही है।
- संभावित बवाल के मद्देनजर दिल्ली के कई इलाकों में रूट डायवर्जन किया गया है। इसके चलते डीएनडी पर भारी ट्रैफिक है।
- वहीं, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के बीच दिल्ली के शाही इमाम सैय्यद अमहद बुखारी (Shahi Imam of Delhis Jama Masjid, Syed Ahmed Bukhari) ने अपने ताजा बयान में कहा है कि प्रदर्शन करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है, इससे हमें कोई भी वंचित नहीं कर सकता है। बावजूद इसके प्रदर्शन के दौरान भावनाओं पर नियंत्रण जरूरी है।
- वहीं, जामिया के बाहर बुधवार को भी प्रदर्शन जारी है। जामिया के बाहर जुटे प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार शाम को ही इसका एलान कर दिया था। वहीं, दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किएं हैं। खासकर पूर्वी दिल्ली के साथ दक्षिण दिल्ली के जामियानगर के आसपास सुरक्षा पुख्ता की गई है। यहां पर 24 घंटे पुलिस को तैनात रहने के निर्देश हैं।
- संभावित बवाल के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने जाफराबाद, मौजपुर और बदरपुर स्टेशनों पर आवाजाही रोक दी है।
- दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली के ओखला, जामिया, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बुधवार बंद रहेंगे। नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया।
- वहीं, मंगलवार को जामिया नगर और सीलमपुर इलाके से इतर जामा मस्जिद इलाके में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन हुआ। जामा मस्जिद के गेट नंबर-1 के सामने स्थित मटिया महल समेत आसपास के अन्य इलाकों में लोगों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में छात्रों की कथित पिटाई और नागरिक संशोधन कानून के विरोध में दुकानें बंद रखीं। साथ ही जामा मस्जिद से दिल्ली गेट तक दो बार विरोध मार्च निकाला गया। लोग काली पट्टी बांधे हुए ‘मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी’, ‘सीएए वापस लो’ जैसे नारे लगा रहे थे। इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा रही। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस साथ-साथ चल रही थी। लेकिन,भीड़ को देखते हुए लोग दुकानों का शटर गिराने लगे। दिल्ली गेट चौराहे पर भीड़ के जुलूस का रूप ले लेने से वहां जाम की स्थिति बन गई। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) बसों के चालकों के साथ यात्रियों में भय का माहौल देखा गया, क्योंकि जामिया नगर और सीलमपुर के विरोध प्रदर्शन में बसों के साथ निजी वाहनों को निशाना बनाया गया था। दिल्ली गेट से भीड़ आइटीओ की तरफ जाने की कोशिश में थी पर स्थानीय लोगों के समझाने पर मान गए।
नागरिक संशोधन कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली समेत देश के अन्य भागों में ¨हसक प्रदर्शनों के बीच मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) इसे लेकर राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान चलाएगा। इस बारे में एमआरएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता यासिर जिलानी ने कहा कि सीएए किसी भी प्रकार के देश के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। उन्हें डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन कुछ शरारती तत्वों और राजनीतिक दलों द्वारा निहित स्वार्थ के लिए लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है। पिछले दो दिनों से एमआरएम की टीम जामिया नगर इलाके में लोगों से मुलाकात कर रही है। जागरूकता अभियान में मस्जिद व मदरसों के साथ ही प्रबुद्ध स्थानीय लोगों को सीएए की वास्तविकता बताई जाएगी।