निर्भया केस में दोषियों को पटियाला हाउस कोर्ट ने अपने सभी कानूनी अधिकार जैसे दया याचिका या क्युरेटिव पीटिशन, इस्तेमाल करने के लिए 1 हफ्ते का समय दिया है। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 7 जनवरी 2020 की तारीख तय की है। यह याचिका निर्भया की मां ने दायर की थी। उनकी मांग थी कि दोषी दया याचिका या रिव्यू पीटिशन की प्रोसेस करते रहें, लेकिन उनके खिलाफ डेथ वारंट तो जारी किया ही जा सकता है। इससे पहले अक्षय कुमार सिंह उर्फ अक्षय ठाकुर की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी।
निर्भया केस के दोषी अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि इस पूरे केस में जांच में किसी भी तरह की खामी नहीं रही जांच एकदम सही हुई है।
अक्षय कुमार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 1 बजे फैसला सुनाएगा। इसके तुरंत बाद 2 बजे दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई होगी, जहां निर्भया के चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी होने मांग की गई है। चारों दोषियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा। माना जा रहा है कि आज ही डेथ वारंट जारी हो सकता है।
माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आने केबाद आज ही पटियाला हाउस कोर्ट डेथ वारंट जारी सकती है। डेथ वारंट की मांग को लेकर निर्भया के माता-पिता ने याचिका लगाई है, जहां आज ही सुनवाई होना है।
निर्भया मामले के दोषियों में से एक अक्षय कुमार सिंह द्वारा दायर समीक्षा याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। एडवोकेट संजीव कुमार द्वारा दायर याचिका पर भी सुनवाई होगी जिसमें दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की गई है।
पटियाला हाउस कोर्ट ने अपने सभी कानूनी अधिकार जैसे दया याचिका या क्युरेटिव पीटिशन, इस्तेमाल करने के लिए 1 हफ्ते का समय दिया है। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 7 जनवरी 2020 की तारीख तय की है।