पटना। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के तलाक मामले में मंगलवार को पटना के परिवार न्यायालय में सुनवायी हुई। इसमें तेज प्रताप यादव की तरफ से आयकर रिटर्न के कागजात जमा किए गए। तेज प्रताप की वार्षिक आय 10 लाख रुपये बतायी गई है। अब एेश्वर्या राय को तेज प्रताप की तरफ से कितना मेंटेनेंस मिलेगा, इसका फैसला अब 21 दिसंबर को होगा।
पहले यह फैसला 18 दिसंबर को होने वाला था, लेकिन दोनों पक्षों की तरफ से महिला आयोग द्वारा दिये गए पेन ड्राइव का प्रिंट जमा नहीं करा सका। इसकी वजह से अब कोर्ट 21 तारीख को मेंटेनेंस मामले में फैसला सुनाएगा।
कोर्ट में आज ऐश्वर्या राय और तेज प्रताप कोर्ट में हाजिर नही हुये थे। ऐश्वर्या राय की तरफ से उनके पिता चंद्रिका राय कोर्ट में हाजिर हुए तो वहीं तेजप्रताप की तरफ से उनके रिश्तेदार। तेज प्रताप की तरफ से इनकम टैक्स रिटर्न के कागजात दाखिल किया गये। अब इसी आधार पर अदालत ऐश्वर्या राय को मिलने वाले मेंटेनेंस पर आज फैसला ले सकती है।
कोर्ट में ऐश्वर्या राय पर हुए घरेलू हिंसा की डीआरआर रिपोर्ट को प्रिंट में दाखिल करने को कहा गया है। बता दें कि रिपोर्ट पेन ड्राइव में जमा किया गया था। एेश्वर्या ने अपने ऊपर घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव और मीसा भारती के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दाखिल किया है।
इस मामले में महिला आयोग की जांच रिपोर्ट भी अदालत को सौंप दी गई है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बहू ऐश्वर्या राय के बीच ससुराल में क्या-क्या विवाद हुआ, उसका रिपोर्ट में विस्तृत ढंग से जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार मामला घरेलू हिंसा का है। अदालत में पेन ड्राइव भी दी गई है जिसमें ऐश्वर्या की ससुराल के कुछ फोटो हैं। पेन ड्राइव का प्रिंट निकालकर अदालत में पेश करने को कहा गया है।
तेज प्रताप यादव व ऐश्वर्या राय के तलाक का मुकदमा एक साल से अधिक से चल रहा है। पिछले साल दो नवंबर को पटना सिविल कोर्ट में तेजप्रताप यादव ने अपनी पत्नी एश्वर्या राय से तलाक की अर्जी दायर की थी, जिसमें उन्होंने उनपर कई गंभीर आरोप लगाए थे। कहा था कि वो अब किसी हाल में ऐश्वर्या के साथ नहीं रह सकते हैं। शादी के महज पांच महीने बाद ही तलाक की अर्जी देकर तेज प्रताप ने अपने फैसले पर अडिग रहने की घोषणा की। तेज प्रताप का कहना था कि दोनों का साथ चल ही नहीं सकता।