लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में 19 व 20 दिसंबर को हिंसात्मक प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट पर रही सरकार के प्रयास से कहीं पर भी किसी तरह का बवाल नहीं हुआ। अब शासन को शाम की नमाज का भी इंतजार है। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आज हर तरफ सतर्कता के कारण कहीं पर भी बवाल नहीं हुआ। नमाज के बाद मस्जिदों से बड़ी संख्या में निकले लोग सीधा घर चले गए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में भी लोगों ने नमाज अदा की और परिचितों से मिलने के बाद वहां पर माहौल का रुख भी देखा।
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भी शांति व्यवस्था कायम है। प्रदेश के सभी जिलों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई है। अब तक कहीं से भी किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पिछले हफ्ते शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हुए बवाल और हिंसा के बाद इस बार शांति रही। हाई अलर्ट पर रही पुलिस के कारण प्रदेश के लगभग सभी जिलों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई है। इस बार शांति व्यवस्था कायम रही। यहां मुस्लिम भाइयों ने शांति के लिए रोजा रखा और अमन और शांति बरकरार रखने की अपील की।
जुमे की नमाज के बाद आज बवाल की संभावना पर प्रदेश में अतिरिक्त सतर्कता बरती गई। शुक्रवार की नमाज को लेकर सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा का घेरा काफी कड़ा रहा। शासन के मुताबिक फिलहाल हालात सामान्य है। प्रदेश में धारा 144 लगी हुई है, लेकिन एहतियात बरते जा रहे हैं ताकि दोबारा से हिंसक प्रदर्शन ना हो सके। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुई हिंसा के बाद अब प्रदेश में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। जुमे की नमाज के बाद एक बार फिर बवाल की संभावना को देखते हुए संवेदनशील जिलों में प्रशासन ने पहले से ही एहतियातन इंटरनेट बंद करने का एलान कर दिया था। सहारनपुर, मेरठ, आगरा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, लखनऊ, बरेली, सीतापुर और बिजनौर सहित 21 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था। प्रशासन ने सभी डीएम को छूट दी थी कि संवेदनशील और सांप्रदायिक तनाव की संभावना के बीच अपने इलाके में इंटरनेट को बंद करा सकते हैं। शामली, बुलंदशहर, आगरा, संभल, बिजनौर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, मथुरा, मेरठ, गाजियाबाद, कानपुर, अलीगढ़, सीतापुर में अगले आदेश तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिए गए हैं।
प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर चप्पे-चप्पे पर नजर रखे जाने के कड़े निर्देश दिए। पीस कमेटी की बैठकें कर आपसी समन्वय से शांति-व्यवस्था कायम रखने को कहा गया। गुरुवार को थानों में आउट रीच प्रोग्राम के तहत पीस कमेटी की बैठकें कर सीएए के बारे में जानकारी भी दी गई। प्रदेश के अति संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई। जगह-जगह फ्लैग मार्च किया गया। वरिष्ठ अधिकारी मौलानाओं और मुस्लिम संगठनों के नेताओं से मुलाकात कर शांत रहने की अपील की।