हांगकांग। हांगकांग में लोकतंत्र की मांग कर रहे आंदोलनकारियों ने अब चीनी कारोबारियों से चीन जाने के लिए कहा है। आंदोलनकारी आजादी की मांग भी कर रहे हैं, आंदोलन के दौरान चीनी बैंकों और प्रतिष्ठानों पर हमले भी कर रहे हैं।
शनिवार को शॉपिंग मॉल की ओर मार्च करते आंदोलनकारियों ने चीनी कारोबारियों वापस जाओ..के नारे लगाए। माना जा रहा है कि चीनी कारोबारियों के स्वामित्व वाले शॉपिंग सेंटर आंदोलनकारियों के निशाने पर हैं। इस तरह का बड़ा प्रदर्शन हांगकांग की सीमा के निकट शेउंग शुई में हुआ। इस दौरान आंदोलनकारियों और सादा कपड़ों में मौजूद पुलिस के बीच भिड़ंत भी हुई। इस दौरान कितने लोग घायल हुए और गिरफ्तार किए गए, यह सूचना अभी सामने नहीं आई है।
आंदोलन में नए-नए मुद्दे हो रहे शामिल
चीन के साथ प्रत्यर्पण समझौते के प्रस्ताव के विरोध के साथ जून में शुरू हुआ आंदोलन बढ़ता जा रहा है और इसमें नए-नए मुद्दे शामिल होते जा रहे हैं। छह महीने से ज्यादा के इस आंदोलन में लोकतंत्र की मांग के बाद अब आजादी की मांग जोर पकड़ रही है। इसी के तहत चीनी प्रतिष्ठानों पर हमले हो रहे हैं और अब चीनी कारोबारियों से वापस चीन जाने के लिए कहा जा रहा है। आंदोलनकारियों की पहली मांग मानते हुए हांगकांग की सरकार प्रत्यर्पण कानून बनाने का प्रस्ताव वापस ले चुकी है।
1997 में ब्रिटेन से चीन के कब्जे में आए हांगकांग को कुछ मामलों में स्वायत्तता हासिल है। यहां पर स्थानीय निकायों को जनता मतदान के जरिये चुनती है, जो जनसमस्याओं के निस्तारण का काम करती हैं।