कानपुर। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के लागू होने के बाद नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र की मांग अचानक बढ़ गई है। इसमें चौंकाने वालीबात यह है कि आवेदकों में नवजात के माता-पिता तो हैैं ही, तमाम युवा और 70-80 साल के उम्रदराज लोग भी हैैं। नगर निगम ने भी चूक से बचने के लिए कुछ सख्त पहरेदार लगा दिए हैैं। अब जिनके पास हाईस्कूल का प्रमाणपत्र नहीं होगा, उनका सत्यापन पुलिस से कराया जाएगा। एसएसपी दफ्तर की रिपोर्ट में क्लीन होने पर ही जन्म प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। हफ्तेभर में दो दर्जन से अधिक आवेदन पुलिस को भेजे भी जा चुके हैैं।
सीएए आने के बाद नगर निगम में बर्थ सर्टिफिकेट मांगने वालों की भीड़ बढ़ चुकी है। न्यू आंबेडकर नगर की रहने वाली 80 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला हों या चमनगंज की 64 वर्षीय महिला, सभी जन्म प्रमाण पत्र पाने के इंतजार में हैैं। इन्हीं की तरह कर्नलगंज का एक 23 वर्षीय युवक भी दो दर्जन आवेदकों में शामिल है। वैसे, रोजाना यहां सवा सौ आवेदन आते हैैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों में डेढ़ सौ आवेदन आने लगे हैैं। कई के पास हाईस्कूल का प्रमाणपत्र नहीं होने के कारण उम्र का आकलन सीएमओ दफ्तर से कराया गया है।
पर, नगर निगम ने इनके आवेदन पुलिस को भेज दिए हैैं। पुलिस देखेगी कि आवेदक बताए पते पर रहा भी है कि नहीं। निवास संबंधी दस्तावेज सही हैं कि नहीं? सूत्र बताते हैैं कि नगर निगम अफसरों को शक है कि कहीं किसी घुसपैठिये का सर्टिफिकेट जारी न हो जाए। इसी डर के मारे इनके निवास और चरित्र का सत्यापन पुलिस से कराया जा रहा है। अब सीएमओ के साथ एसएसपी की सकारात्मक रिपोर्ट आने पर ही जन्म प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा।
इनका कहना है
जन्म प्रमाणपत्र के लिए अधिक उम्र के लोग भी आवेदन कर रहे हैं। इसे लेकर व्यवस्था बदली गई है। अभी तक सीएमओ से उम्र का सत्यापन होता था, अब लगाए गए दस्तावेजों की जांच एसएसपी कार्यालय से भी कराई जा रही है, ताकि कोई गलत दस्तावेज न लगा सके। -डॉ अमित सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी