रायबरेली। इंडियन नेशनल कांग्रेस के स्थापना के 135वें वर्ष के कार्यक्रम के बाद लखनऊ में शनिवार को तहलका मचाने वाली कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव के परिवार से मिलने रायबरेली पहुंचीं। बता दें, कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव का बीते दिन (27 दिसंबर) लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार दोपहर लगभग 2.50 बजे शहर के पत्रकार पुरम स्थित कांग्रेस उपाध्यक्ष स्व. सुनील श्रीवास्तव के घर पहुंचीं। वहां मौजूद कांग्रेस नेता की पत्नी कंचन श्रीवास्तव, बेटे यश और बेटियां शानू और तनू से मुलाकात कर प्रियंका ने सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि सुनील बहुत अच्छे इंसान थे। उनके रहने से पार्टी के कामों में बहुत मदद मिलती थी। उनके जाने से संगठन को अपूर्णनीय क्षति हुई है। उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों से कहा कि स्व. सुनील की तेरहवीं से पहले एक शोकसभा का आयोजन करें। वह करीब आधे घंटे वहां रुकीं और फिर वापस लखनऊ लौट गई।
इधर, जैसे ही वह कांग्रेस नेता के घर पहुंची। बाहर मौजूद यूथ कांग्रेस के नेशनल को-आर्डिनेटर राहुल वाजपेयी को पुलिस ने धक्का देकर परिसर से दूर कर दिया। जिसको लेकर काफी नोकझोक हुआ। फिर बाद में राहुल को बुलाकर कांग्रेस नेता के घर भेजा गया। इस घटना को लेकर कांग्रेसियों में खासा आक्रोश देखने को मिला।
इस दौरान जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी, गणेश शंकर पांडेय पूर्व जिलाध्यक्ष वीके शुक्ल, रमेश शुक्ल, विजय शंकर अग्निहोत्री, राहुल वाजपेयी, अजीत सिंह, प्रमेंद्र पाल सिंह गुलाटी, आशीष द्विवेदी, नौशाद खतीब, कमल सिंह, फरहान वारसी, अशोक सिंह आदि मौजूद रहे।
लालगंज ब्लॉक के मूल निवासी थे सुनील
मूलरूप से लालगंज के ब्लॉक के पूरे बोड़े लाल निवासी स्व. सुनील श्रीवास्तव लगभग चार दशक पहले डलमऊ के मुराई का बाग कस्बा में बस गए। इनकी पत्नी कंचन श्रीवास्तव दो बार डलमऊ नगर पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं। सुनील लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे। 27 दिसंबर को लखनऊ के अपोलो हॉस्पिटल में उनकी मृत्यु हो गई थी।